मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। 14 दिसम्बर को इलाहाबाद कोर्ट ने फैसला सुनाया है जिसमें शाही ईदगाह मस्जिद के परिसर का सर्वे करने की मंजूरी दे दी गई है। वहीं अब इस मामले में (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उनका कहना है कि यह विवाद सालों पहले दोनों पक्षों की आपसी सहमति से सुलझ गया था।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर ओवैसी ने दिया बयान
मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर इलाहाबाद के सर्वे वाले फैसले पर अब (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया है। ओवैसी का कहना है कि यह विवाद सालों पहले ही मंदिर ट्रस्ट और मस्जिद कमेटी की आपसी सहमति से सुलझ गया था।
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ओवैसी ने अपने सोशल मीडीया ऐक्स पर लिखते हुए कहा कि ‘‘एक नया समूह आया है जो इन विवादों को उठा रहा है। चाहे वह काशी हो, लखनऊ की टीले वाली मस्जिद हो या मथुरा यह एक ही समूह है।’’
ओवैसी ने लगाए इस समूह पर आरोप
ओवैसी कहते हैं कि उपासना कानून अब भी लागू कानून है।लेकिन इस समूह ने कानून और न्यायिक प्रक्रिया को मजाक बनाकर रखा है। वह आगे कहते हैं कि जब इस मामले को लेकर 9 जनवरी को फैसला होने वाला था तो ऐसा क्या हुआ कि कोर्ट को फैसला इतना जल्दी लेना पड़ा।