आप सभी को पता है कि भारत को आजाद हुई पूरे 76 साल हो गए हैं। आदाजी के इस महा स्वतंत्रता संग्राम में कई महान हस्तियों ने अपना योगदान दिया है। भारत को आजाद कराने में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी अपना योगदान दिया है आज हम उन महिलाओं के बारे में बात करेंगे जिन्होनें भारत को आजाद कराने में खुद को समर्पित कर दिया। उनके बलिदान की कहानी हर किसी को पढ़नी चाहिए।
नम्बर एक- बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, 1857 के भारतीय विद्रोह में अपने साहस और संघर्ष के लिए याद की जाती है। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ उत्तराधिकारी भूमिका में सक्रिय भूमिका निभाई। रानी लक्ष्मी बाई ने कई स्वतंत्रता संग्राम किए थे।
नम्बर दो- “भारतीय कवित्री की किरण” के रूप में जानी जाने वाली सरोजिनी नायडू ने राजनीतिक नेता और कवियत्री के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने गैर-सहयोग आंदोलन और सिविल असमर्थन आंदोलन में अपनी भूमिका के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारत को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए सरोजिनी नायडू ने कई स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया।
नम्बर तीन- अन्नी बेसेंट एक ब्रिटिश सोशलिस्ट, महिला समाजसेविका और भारतीय स्वायत्तता के समर्थक थीं। उन्होंने होम रूल आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारत में संविधानिक सुधारों की प्राप्ति के लिए काम किया।