खंडवा जिले के महादेवगढ़ मंदिर का ज्ञानवापी मस्जिद के एक सम्बंध है.महादेवगढ़ मंदिर का भी सर्वे कराया गया था.सर्वे में पता चला कि मंदिर 12वी शताब्दी के है.यदी एसे ही ज्ञानवापी का भी सर्वे कराया जाएगा तो फैसला अवश्य हिन्दू पक्ष के समर्थन में होगा.
खंडवा जिले के इतवारा में महादेव मंदिर स्थित है.जब यहाँ सर्वे किया और मौजूद मंदिर की कार्बन डेटिंग करी तो पता चला कि वह 12 वी सदी की है.और फैसला हिन्दू पक्ष में आया.
विष्णु शंकर
फिर हिन्दू पक्ष के वकील भी खंडवा के इस मंदिर में गए.हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर का कहना है कि जब खंडवा में कार्बन डेटिंग कर शिवलिंग के ऐतेहासिक महत्व का पता लगाया जा सकता है तो ज्ञानवापी का क्यू नहीं विष्णु शंकर के इस ट्वीट को हजारों ने लाइक किया और सैंकड़ों ने रीट्वीट किया.

हिन्दू पक्ष में आया फैसला
महादेव मंदिर धीरे-धीरे अपना प्राचीन अस्तित्व खोता जा रहा था.मंदिर में मौजूद शिवलिंग के पास ही भैसों का तबीला बना दिया गया.और जब मंदिर की स्थिती ठीक करने की कोशिश की तो एक मुस्लिम युवक ने हाईकोर्ट में याचिका करदी कि यहाँ मंदीर के नाम पर अतिक्रमण हो रहा है.इस के बाद जाँच हुई जिसमें फैसला हिन्दू पक्ष में आया.
क्या होगा ज्ञानवापी मस्जिद का फैसला
मंदिर के संरक्षक का कहना है कि महादेवगढ़ मंदिर की तरह ही ज्ञानवापी का भी सर्वे कराया जाएगा तो फैसला अवश्य हिन्दू पक्ष के समर्थन में होगा.