मध्य प्रदेश अपने गौरवपूर्ण इतिहास के कारण देश भर में अपनी ख्याति फैलाये हुए है साथ ही प्रदेश में ऐसे चमत्कारी हनुमान मंदिर भी मौजूद है जिनको देखने विदेशों से भी भक्त आते हैं. इन राम भक्त हनुमान के मंदिरों से जुड़े रहस्य और चमत्कार भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं .आज इस लेख के माध्यम से हम आपको ऐसे ही चमत्कारी मंदिरों के बारे में बतेयेंगे .
1. छींद वाले हनुमान जी
यह मंदिर रायसेन जिले के बरेली तहसील ग्राम छींद में स्थित है. करीब 200 साल पुराने इस मंदिर की प्रतिमा दक्षिणमुखी है. छींद वाले हनुमान जी को रोगों से बचाने वाले हनुमान जी भी कहा जाता है.बताया जाता है कि 200 साल पहले ये प्रतिमा एक किसान को मिली थी तब उसने हनुमान जी के लिए एक छोटी सी मढ़िया बनाई और आज यहाँ दादाजी महाराज के चमत्कार के कारण भव्य मंदिर मौजूद है .
2. सिद्धवीर खेड़ापति हनुमान
सिद्धवीर हनुमान मंदिर शाजापुर जिले के बोलाई ग्राम में स्थित है. यह मंदिर बेहद चमत्कारी माना जाता है . मंदिर बोलाई स्टेशन से 1 किमी की दूरी पर है बताया जाता है कि मंदिर के पास आते ही ट्रेन की स्पीड कम हो जाती है .खेड़ापति मंदिर में हनुमान जी भक्तों का भविष्य बताते हैं. भक्तों को यहां आकर उनके भविष्य का पूर्वाभास हो जाता है.
3. हड्डी जोड़ने वाले हनुमान
यह मंदिर मध्य प्रदेश के कटनी जिले से 35 किमी दूर मोहास गाँव में स्थित है .इस मंदिर में भक्त टूटी हड्डियों के साथ आते हैं और बिलकुल ठीक हो कर जाते हैं . इस चमत्कार के कई लोग साक्षी हैं . मंदिर में वैसे तो हमेशा ही भक्तों की भीड़ रहती है पर मंगलवार और शनिवार के दिन सर्वाधिक लोग आते हैं.
4. अर्जी वाले हनुमान
यह मंदिर जबलपुर के ग्वारीघाट क्षेत्र में स्थित है ,इस मंदिर को रामलला मंदिर कहा जाता है साथ ही इसका एक नाम अर्जी वाले हनुमान जी भी है .यहाँ भक्तों की अर्जी लगायी जाती है जिसे हनुमान जी पूरी करते हैं. मंदिर की मुख्य प्रतिमा छोटे आकार की और बाल स्वरूप की हैं . भक्तों को मुख्य प्रतिमा के दर्शन साल में एक बार हनुमान जन्मोत्सव पर ही होते हैं.
5. जामसांवली मंदिर
राम भक्त हनुमान का यह मंदिर छिंदवाडा जिले में स्थित है .इस मंदिर में हनुमान जी निद्रा अवस्था में हैं कहा जाता है कि प्रतिमा के नीचे खज़ाना है जिसकी रक्षा में हनुमान जी वहां लेटे हुए हैं .जामसांवली मंदिर की एक खास बात ये भी है कि यहां विराजमान हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से जलधारा निकलती है. पानी कहां से आता है इसके स्रोत के बारे में किसी को नहीं पता.
6. बागेश्वर धाम
बागेश्वर धाम मंदिर में हनुमान जी की बालाजी स्वरूप में प्रतिमा है .यह मंदिर छत्तरपुर जिले में मौजूद है . यहाँ भक्त अपनी परेशानियाँ लेकर आते हैं और अर्जी लगते है . बालाजी महाराज उनके सभी कष्टों को हर लेते हैं . यहाँ दरबार भी लगाया जाता है जिसमे यहाँ के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री भक्तो के प्रश्न बिना पूछे ही पर्चे पर लिख देते हैं जो बिलकुल सही निकलता है .
7. पंडोखर सरकार धाम
पंडोखर सरकार धाम छतरपुर के पंडोखर नामक ग्राम में स्थित हैं. यहाँ भक्त अपने हर प्रकार के कष्टों का निवारण करने के लिए आते हैं .यहाँ दरबार लगाया जाता है जिसमे भक्तों के बिना कुछ बताये ही उनकी परेशानियां और उसका समाधान पर्चे पर लिख दिया जाता है .