मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है,वहीं नामांकन वापस लेने की भी आज आख़िरी तारीख है। इसी बीच एक कांग्रेस प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है।कोर्ट की अवमानना के मामले में मुरैना की सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ जिला न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है की विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक ,यह वारंट चेक बाउंस और जालसाजी के एक मामले में अदालत ने जारी किया है। इस प्रकरण में अजब सिंह को 8 नवंबर को कोर्ट में पेश होना है।इस मामले में प्रकरण के फरियादी ने पुलिस व प्रशासन से गुहार लगाई है, कि क्षेत्र में प्रचार कर रहे आरोपी अजब सिंह कुशवाह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए।
क्या है पूरा मामला
विधायक अजब सिंह कुशवाह ने मध्य प्रदेश में 2020 में हुए उपचुनाव के दौरान अपने रिश्तेदार मोहनलाल कुशवाह से 3 लाख रुपये उधार लिए थे। मोहनलाल के वकील धीरेंद्र जादौन के अनुसार इन रुपयों को वापस करने के लिए फरियादी(मोहनलाल कुशवाह) को जो चेक दिया गया वह बाउंस हो गया। जिसके बाद फरियादी ने कोर्ट में चैक अनादर के अधिनियम की धारा 138 व आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया। वकील धीरेंद्र जादौन का कहना है कि, अजब सिंह कुशवाहा एक भी बार कोर्ट में पेश नहीं हुए। इसी के चलते विधायक कुशवाह को आरोपी मानते हुए जिला न्यायालय ने विधायक अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
अजब सिंह कुशवाह पर लटक रही जेल की तलवार
बता दें, 2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने मुरैना की सुमावली विधानसभा सीट से अजब सिंह कुशवाहा को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसके पहले कांग्रेस ने सुमावली सीट से कुलदीप सिकरवार को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन अजब सिंह के विरोध के कारण पार्टी को प्रत्याशी बदलना पड़ा था।बता दें , अजब सिंह कुशवाहा ने इस बार के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। ऐसे में अब कोर्ट के आदेश के बाद अगर उनकी गिरफ्तारी हो जाती है ,तो उनके साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के लिए भी बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी।
आपको बता दें कि , 2023 के चुनाव के लिए अब बस 15 दिन ही बचे है , ऐसे में अजब सिंह की गिरफ्तारी से कांग्रेस को बढ़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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