आपने दुनिया भर की राजनीति में राष्ट्रपति का पद तो सुना होगा लेकिन भारत इकलौता ऐसा देश है जहाँ राष्ट्रपति के साथ साथ एक व्यक्ति को राष्ट्रपिता की पदवी भी दी गई थी। वहीं अब मध्य प्रदेश की राजनीति में भी एक ऐसा बड़ा नाम है जिसे प्रदेश के मामा की पदवी मिली है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की। जिन्हें एक लम्बे कार्यकाल के दौरान मामा की पदवी उनकी ही जनता ने दी।
शिवराज मामा ने घर के साथ बदली नेम प्लेट
अब जब प्रदेश की सत्ता मुख्यमंत्री डॉ मोहन योदव के हाथों में तो मामा को सीएम हाउस खाली करना पड़ा। 27 दिसम्बर को शिवराज मामा सीएम हाउस से 74 बंगला में शिफ्ट हुए हैं। जहाँ शिफ्ट होते ही पूर्व सीएम ने अपनी एक नई नेम प्लेट बनवा ली। शिवराज सिंह चौहान ने अपनी नेम प्लेट पर जो लिखवाया उसे देख कर हर कोई दंग रह गया है। क्योंकि इस प्लेट पर उनका नाम शिवराज सिंह चोहान नहीं लिखा है बल्कि वह लिखा है जिसे कह कर प्रदेश का हर व्यक्ति उन्हें पुकारता है।
नेम प्लेट पर नाम के जगह लिखा यह
74 बंगला वाले नए सरकारी आवास के बाहर शिवराज सिंह चौहान ने नेम प्लेट पर मामा का घर लिखवाया है। अब इस नेम प्लेट की हर कोई चर्चा करता दिखाई दे रहा है जब इस बात को लेकर पूर्व सीएम से पूछा गया तो उन्होंने जबाव दिया कि उनका तो जन्म ही जनता की भलाई के लिए हुआ है और वो हमेशा प्रदेश के व्यक्तियों के लिए मामा और भैया होने का फर्ज निभाएंगे। आगे वह कहते हैं कि उनके द्वारा चलाई गई किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा भाजपा सरकार इन सभी योजनाओं को आगे लेकर जाएगी।
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