मध्यप्रदेश में दिवाली के साथ- साथ चुनाव की तारीख भी पास आ रही है. कुल मिला के चुनाव में केवल 18 दिन बाकी है. 30 अक्टूबर को नामांकन की आखरी डेट थी. लेकिन अभी भी दलबद का सिलसिला नही रूक रहा है. इस बार मध्यप्रदेश में विधानसभा का चुनाव बेहद ही खास होने वाला है.
नामांकन के आखिरी दिन केंद्रिय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करा दिए. एक बार फिर भक्ति तिवारी भाजपा में शामिल हो गए है. आपको बता दें कि केंद्रिय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक नेता भक्ति तिवारी पहले 2020 में सिंधिया के साथ कांग्रेस पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हुए फिर भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए थे.
सपा में आते ही पार्टी ने तो खरगापुर विधानसभा से भक्ति तिवारी को टिकट भी दे दिया था, लेकिन नामांकन के ठिक पलहे भक्ति तिवारी वापस से भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा से टिकट ना मिलने के कारण ही तिवारी नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. आखिर क्या बात हुई जो भक्ति तिलारी फिर से भाजपा में आ गए.
नामांकन के लास्ट टाईम में सपा को मिला बड़ा झटका
विधानसभा चुनाव के कुछ दिन पहले और नामांकन के आखिरी समय पर समाजवादी पार्टी को एक बड़ा झटका मिला है. जिस नेता को सपा ने खरगापुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया वही आखिरी समय में पार्टी छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फिर से भक्ति तिवारी को भारतीय जनता में सदस्यता दिलाई है.
अब भातीय जनता पार्टी फिर से भक्ति तिवारी पर भरोसा करेगी. भक्ति तिवारी ने समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने के बाद फिर पार्टी छोड़ दिया. खरगापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने चंदा सिंह गौड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है, भारतीय जनता पार्टी ने अपना टिकट राहुल सिंह लोधी को दिया है.
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