US: अमेरिकी संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कार में खिंचाई गई फोटो चर्चा का विषय बनी। डेमोक्रेट सांसद सिडनी कैमलेगर-डोव ने इस तस्वीर को दिखाते हुए कहा कि यह “हजारों शब्दों के बराबर” है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति और टैरिफ नीतियों ने भारत को रूस के करीब कर दिया है। डोव ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका अपनी नीतियां नहीं बदलता, तो वह भारत को खोने वाला राष्ट्रपति बन जाएगा।
कामलागर-डोव ने ट्रंप के नोबेल शांति पुरस्कार अभियान पर भी तंज कसते हुए कहा कि अमेरिका अपने सहयोगियों को दुश्मनों के पास भेजकर पुरस्कार नहीं जीत सकता। उन्होंने कहा कि अमेरिका को तुरंत कदम उठाने होंगे ताकि भारत-अमेरिका साझेदारी मजबूत रहे।
सांसद प्रमिला जयापल ने व्यापार और आव्रजन नीतियों से भारत-अमेरिका संबंधों पर पड़ रहे असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उच्च टैरिफ और नीतियों के कारण दोनों देशों के व्यापारिक और लोगों के बीच संबंध प्रभावित हो रहे हैं। बैठक में कई अमेरिकी किसानों ने भी शिकायत की कि भारत, वियतनाम और थाईलैंड से सस्ते आयात के कारण घरेलू कीमतें गिर रही हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, पुतिन का हालिया भारत दौरा और ट्रंप की टैरिफ नीतियां अमेरिका-भारत संबंधों में खटास ला रही हैं। 10-11 दिसंबर को अमेरिकी व्यापार टीम भारत में वार्ता करने पहुंचेगी, लेकिन टैरिफ विवाद और बाजार तक पहुंच को लेकर बातचीत में कठिनाई आ सकती है। यह घटनाक्रम अमेरिका-भारत रणनीतिक और व्यापारिक सहयोग के लिए गंभीर संकेत माना जा रहा है।