जल्द ही मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने वाली हैं.इसी बीच चुनावी साल का पहला गठबंधन भी हो गया है.यह गठबंधन हुआ है बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टि के बीच.गठबंधन के फैसले के साथ ही दोनों पार्टि ने अपनी सीट भी सुनिश्चित करली हैं.बतादें कि एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बसपा के राज्यसभा सांसद और गोंडवाना गणतंत्र पार्टि के महासचिव ने इस बारे में घोषणा की.
बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टि का गठबंधन
कांफ्रेंस के दौरान बसपा के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम और जीजीपी के महासचिव बलभद्र सिंह तोमर ने बताया कि सीट शेयरिंग के बाद बसपा 178 और जीजीपी 52 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.इस गठबंधन के जरिए 22 प्रतिशत आदिवासी और 4 प्रतिशत वोटों पर सेंध लगाने की कोशिश है. आपको बता दें बसपा अब तक 16 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर चुकी है.
क्या है गठबंधन का मकसद
राजनैतिक पंडितों की मानें तो बसपा और जीजीपी के इस गठबंधन का मकसद है प्रदेश के दलित और आदिवासी समुदाय को साधना साथ ही वह प्रदेश की महिलाओं को साधने का भी प्रयास करना चाहते हैं.
एक साझा बयान में पार्टि के नेताओं ने कहा कि “इससे राज्य में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की तानाशाह और पूंजीवादी सरकार का भी अंत होगा और ग़रीबों को भी इंसाफ़ मिलेगा.” आपको बतादें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा को दो सीट मिली थी जिनमें से एक नेता बीजेपी में शामिल हो गया था.
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