आज हम आपको बताएंगे संगीत के उस सरताज के बारे में जिसकी आवाज का दीवाना कोई ना हो ऐसा हो नहीं सकता। इस गायक का गाया हुआ गाना आओ गे जब तुम साजना सुपरहिट गानों की लिस्ट में सबसे ऊपर नज़र आता है पर इस गाने को गाने वाले संगीतकार उस्ताद राशिद खान अब किसी महफिल में नज़र नहीं आएगा। उसके गाए हर गाने से लोग उसे अपने दिलों में हमेशा याद रखेंगे।
उस्ताद का रामपुरा– सहसवान घराने से है ताल्लुक
संगीत के उस्ताद राशिद खान का निधन कल कोलकाता के एक अस्पताल में 55 वर्ष की आयु में हो गया है। गायक कैंसर से पीड़ित थे जिसके इलाज के लिए उन्हें 22 नबम्बर को कोलकाता के पीयरलेस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद कल उनका निधन हो गया और आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।राशिद रामपुरा – सहसवान घराने से ताल्लुक रखते हैं जिसके संस्थापक उस्ताद इनायत हुसैन खान उनके परदादा लगते थे।
उस्ताद राशिद खान के फेमस गाने
बचपन से गायक को गाने में थोड़ी बहुत रूची थी जिसक् बाद उन्हें निसार हुसैन खान और गुलाम मुस्तफा खान से संगीत की ट्रेनिंग मिली। अपनी अदभुत कला के कारण उन्हें साल 2006 में पद्मश्री और फिर संगीत नाटक आकादमी पुरूस्कार से नवाज़ा गया था। अगर राशिद के मशहूर गानों की बात की जाए तो उन्होंने आओगे जब तुम ओ साजना, तू बन जा गली बनारस की , अल्लाह ही रहम, काहे उजाड़ी मोरी नींद, तोरे बिना मोहे चौन नहीं, जैसे गाए थे। और यही सदाबहार गानों से उस्ताद राशिद खान भी सभी लोगों के दिल में हमेशा जिंदा रहेंगे।
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