17 सितंबर 1950 को उत्तरी गुजरात के मेहसाणा जिले के छोटे-से शहर वडनगर में पैदा हुए प्रधान मंत्री मोदी आज 72 साल के हो गये हैं. जन्मदिन के शुभ अवसर पर उन्हें भारत देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी शुभकामनाएं मिल रही हैं.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेताओं से लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं तक बड़े ही जोर शोर से पीएम मोदी के जन्मदिन का जश्न मना रहे है. बीजेपी पार्टी पीएम मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक ‘सेवा पखवाड़ा’ मना रही
हाल ही में एक सर्वे के मुताबित यह पता चला है कि पॉपुलेरिटी में मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज और इटली के पीएम मारियो ड्रैगी भी पीएम मोदी से पीछे हैं. नरेंद्र मोदी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो अपने जन्मदिन के मौके पर भी काम करना पसंद करते हैं. नरेंद्र मेदी प्रधानमंत्री होने के साथ ही बेहद भावुक एवं दयालु इंसान है, जिसे देश ने कई मौकों पर देखा भी है. ऐसे कई मौके आए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावनाओं ज्वार को संभाल नहीं पाए और उनकी आंखे नम हो गई.
यह पहला मौका जब प्रधान मंत्री मोदी भावुक हुए
साल 2014 की बात है. जब मोदी जी ने बीजेपी को लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत दिलाया था. फिर 20 मई 2014 को नरेंद्र मोदी बीजेपी संसदीय दल के नेता चुने गये. यह वो पहला मौका था. जब देश ने पीएम नरेंद्र मोदी को सार्वजनिक तौर पर भावुक होते हुए. मोदी जी ने बोलते-बोलते सिर झुका लिया और उनकी आंखें भर आई. फिर पानी पिया और अपनी बात आगे जारी रखी. उस वक्त उनका गला भरा हुआ था.
दूसरा मौका जब ‘मां’ को लेके अमेरिका में भावुक हुए पीएम मोदी
यह 2015 का साल था जब अमेरिका में फेसबुक टाउन हॉल में बैठक चल रही थी. इस दौरान अपनी माता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गये और वहा बैठे सभी लोगों ने उनका यह रूप देखा. यह बात 28 सितंबर 2015 की है. मोदी जी बताने लगे की उनकी माता जी कि उम्र 90साल है. आज भी अपने सारे काम खुद करती हैं.
जब हम छोटे थे वो हमारा गुजारा करने के लिए अड़ोस-परोस के घरों में बर्तन साफ करना, पानी भरना और मजदूरी करना आप कल्पना कर सकते हैं कि एक मां ने अपने बच्चों को बड़ा करने के लिए कितना कष्ट उठाया.’ इस दौरान उनका गला भार आया था.
तीसरा मौका जब गोवा में भावुक हुए प्रधान मंत्री मोदी.
साल 2016 में गोवा में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी कि आंख भर आइ. मोदी जी बोले- मैं जानता हूं कैसे-कैसे लोग मेरे खिलाफ हो जाएंगे. मुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे. मुझे बर्बाद करके रहेंगे उनको जो करना है करें में अपना कर्तव्य करता रहुंगा.
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यह चौथा मौका जब दिल्ली में पुलिसवालों की शहादत पर भावुक हुए
21 अक्टूबर 2018 को दिल्ली में 35 हजार पुलिसकर्मियों की शहादत को याद करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गये. इस दौरान पीएम मोदी कि जुबान लड़खड़ा उठी और गला रुंध आया.
पांचवां मौका जब एक महिला ने भगवान से की पीएम मोदी की तुलना
हाल ही कि बात है जब एक महिला ने पीएम मोदी की तुलना भगवान से की तो वो भावुक हो गये. महिला ने कहा- मोदी जी मैंने आज तक भगवान को तो नहीं देखा लेकिन आपको ईश्वर के रूप में देखा है. और यह कहते ही वह महिला भी रो उठीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भावुकता से सिर नीचे कर लिया.
छठवा मौका 2021 में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन के दौरान भावुक हुए पीएम मोदी
पीएम मोदी इस दौरान कोरोना महामारी से हुई मौतों और नुकसान की बात कर रहे थे. तब वह भावुक हो उठे. यह 16 जनवरी 2021 बात है.
यह सातवा मौका गुजरात में दिव्यांग से बात चित के दौरान भावुक हुए मोदी
इसी साल हाल ही में एक दिव्यांग बेटी की बात सुनकर भावुक हो गए. उनकी आंखें नम हो गईं. यह बात है जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के भरूच में उत्कर्ष समारोह में हिस्सा ले रहे थे. सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों में से एक अयूब पटेल से पीएम मोदी बात कर रहे थे.
तभी अयूब पटेल की ने भी बात किया मोदी जी से पीएम मोदी ने लड़की से पूछा कि बेटी आपका क्या सपना है? लड़की ने कहा कि मैं डॉक्टर बनना चाहती हु. इतना कहते ही वो रोने लग गई. लड़की को रोता देख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भावुक हो उठे.
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