इन दिनों समूचे देश में राम मंदिर और श्रीराम भक्तों की चर्चाएं जोरों पर हैं। देश के कोने कोने से भगवान श्रीराम के कई अनन्य भक्तों के बारे में जानकारियाँ प्राप्त हो रही हैं। ऐसे ही मध्य प्रदेश के बैतूल से भी प्रभु के एक अनोखे भक्त का नाम सामने आया है जिसने अपना पूरा जीवन राम और उनके नाम पर समर्पित कर रखा है।
बैतूल के श्रीराम भक्त की अनोखी कहानी
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के अंतर्गत आने वाले देवगांव में श्रीराम के एक अनोखे भक्त रहते हैं। राम भक्त केदार सिंह चंदेल ने जब से अपने होश सम्भाले हैं तब ही से वह कागज़ों पर राम नाम लिखते हैं। वह अपने द्वारा लिखित राम नामों को कई बार अयोध्या धाम में स्थित राम नाम बैंक में भी जमा करा चुके हैं। उन्होंने सिया राम से सिया राम मिलाकर सुंदरकाण्ड की भी रचना की है।
खेती किसानी करते हुए भी हैं श्रेष्ठ भक्त
केदार सिंह के मन में उनके मित्र की प्रेरणा से सिया राम नाम को जोड़ कर रामायण की रचना करने की इच्छा आई। जिस के बाद से वह हर रोज 1 घंटा रामायण की रचना करते थे जिसकी पूर्ती 8 सालों में हुई। रामायण का हर अक्षर सिया राम नाम से मिलकर बनाया गया है। बतादें कि केदार बैतूल जिले के एक साधारण से किसान हैं। वह राम भक्ति साथ ही परिवार का मुखिया होने का फर्ज़ भी बखूबी निभाते हैं। उनके तीन पुत्र और दो पुत्री हैं सभी आज अपने अपने क्षेत्र में सफल हैं।
केदार सिंह बताते हैं उनके द्वारा रचित यह रामायण अवधि भाषा में लिखी हुई है। इस रामायम में कुल 1200 पन्ने हैं जिसके हर अक्षर को सिया राम और ऊँ से मिलकर बनाया है। वह चाहते हैं कि अब इस रामायण की प्रतियां छपें और एक प्रति अयोध्या भी जाए।
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