पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में बड़े विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी। इसके बाद प्रशासन ने 1 से 3 दिसंबर तक रावलपिंडी में धारा 144 लागू कर दी है। इस दौरान पांच से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने, रैली, जुलूस, धरने और हथियार ले जाने पर रोक होगी।
अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इनपुट मिले हैं कि कुछ समूह विरोध की आड़ में कानून-व्यवस्था बिगाड़ सकते हैं। इसी वजह से संवेदनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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इमरान खान को अदियाला जेल में रखा गया है। उनके परिवार और पीटीआई नेताओं का आरोप है कि उन्हें कई हफ्तों से मुलाकात की अनुमति नहीं दी जा रही। इमरान के बेटे कासिम ने उनकी सेहत और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
इस बीच पाकिस्तान सेना और सरकार के बीच भी तनाव बढ़ा है। संविधान में संशोधन के बाद बनाए गए रक्षाबलों के प्रमुख (CDF) पद पर जनरल आसिम मुनीर की नियुक्ति को लेकर विवाद जारी है। विशेषज्ञों का दावा है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ विदेश यात्रा पर रहकर अधिसूचना जारी करने से बच रहे हैं।
पीटीआई नेताओं ने अदालत के आदेश लागू न होने पर कोर्ट के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। वहीं केंद्र सरकार खैबर पख्तूनख्वा में राष्ट्रपति शासन लगाने पर भी विचार कर रही है, क्योंकि वहां की कानून-व्यवस्था खराब बताई जा रही है।
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