के अन्नामलाई द्वारा शुरू की गई यात्रा एन मन एन मक्कल 27 फरवरी को समाप्त हुई जिसमें पीएम मोदी भी शामिल हुए। इस दैरान उन्होंने मौजूदा सरकार डीएमके और ईंडी अलायंस पर निशाना साधा साथ ही पीएम ने अन्नामलाई की तारीफ भी की, वह कहते हैं कि तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने पार्टी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे को तमिलनाडु के घर-घर पहुंचाया है। लेकिन आखिर कौन हैं पूर्व में आईपीएस रहे 38 वर्षीय अन्ना मलाई जिनकी जिंदगी के कई किस्से उन्हें राजनेताओं की भीड़ से अलग करते हैं।
लखनऊ में पढ़ाई करते आया ये विचार
अन्नामलाई एक आम किसान के घर पैदा हुए थे बचपन से ही उनका दिमाग पढ़ाई में अच्छा था जिसके कारण वह मैकिनिकल इंजीनियर बने और आईआईएम की परीक्षा दी। वह जब लखनऊ गए तो उनके मन में एक बात आई कि यहां तो लोग 5 रूपए के लिए भी एक दूसरे को मार देते हैं अगर मैंने आईआईएम से पढ़ाई पूरी कर भी ली तो क्या ही उखाड़ लूंगा। मन में ऐसा विचार कर उन्होंने सिविल सर्विसेज़ में जाने का फैसला किया जिससे वह लोगों की मदद कर पाएं।
अन्नामलाई की जिंदगी का ये किस्सा देता है प्रेरणा
अन्नामलाई का आईपीएस में चुनाव भी हो गया था वह वर्दी को पहन कर बेहद खुश थे। उनकी पहली पोस्टिंग उडुप्पी में एसपी तो तौर पर हुई। यहां एक 17 साल की लड़की के साथ रेप और हत्या का मामला सामने आया। अन्नामलाई जब वहां गए तो लड़की की मां ने उनका गिरेबान पकड़ कर पूछा कि क्या तुम मेरी बेटी को ले आओगे ते उनका जवाब ना था पर उन्होंने कहा कि पर आपकी बेटी को हमेशा लोग याद रखेंगे और आगे से किसी के साथ ऐसा नहीं होगा। उस दौरान अन्ना ने एक सुरक्षा नाम का एप लांच किया था जो काफी कामियाब साबित हुआ साथ ही उस पीड़िता लड़की के नाम पर छात्रवृत्ति की शुरूआत हुई जो आज तक चलती आ रही है।
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