श्रीकृष्ण जन्मभूमी से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जिसे आप सब ने कही पढ़ा या सुना नही होगा. हमारी मीडिया टीम ने जब मथुरा मंदिर के इतिहास को उठा कर देखा तो कुछ खास बातें पता चली हैं जो हम आप सब को भी बताना चाहेंगे. एक नही बल्कि 4 बार मथुरा मंदिर को तोड़ा और बनाया गया है. करीब पाँच हजार साल पहले, कटरा केशव देव में राजा कंस का कारागार था, जहां मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।
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किसने किया श्रीकृष्ण जन्मभूमी पर हमला
इतिहासकार डॉ. वासुदेव अरण अग्रवाल ने इसे श्रीकृष्ण की जन्मभूमि माना है। महमूद गजनवी ने सन् 1017 में मंदिर पर हमला किया था। साक्ष्यों के आधार पर, इसे कई बार नष्ट किया गया और बार-बार निर्मित हुआ। सन् 1669 में औरंगजेब ने मंदिर को तोड़ा और ईदगाह बनाया। ब्रिटिश शासनकाल में इसे खरीदा गया और भव्यता से पुनर्निर्माण हुआ।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की मंदिर निर्माण में भूमिका
श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट ने 1944 में मंदिर की स्थापना की, परंतु ईदगाह को लेकर विवाद है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2023 में सर्वेक्षण के लिए निगरानी करने के लिए अधिवक्ता आयुक्त नियुक्त किया है। हिंदू पक्ष दावा कर रहा है कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मस्जिद के नीचे है। इसके स्वीकृति के बावजूद, विवाद जारी है और यह आयोग 18 दिसंबर, 2023 को आगामी सुनवाई करेगा।
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