Sheikh Hasina: अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने शेख हसीना को मानवता के खिलाफ गंभीर अपराधों में दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। आरोप है कि जुलाई विद्रोह के दौरान ढाका में प्रदर्शनकारियों को देखते ही उन्हें गोली मारने के आदेश दिए गए थे।
कोर्ट ने उनके खिलाफ 458 पन्नों में विस्तृत फैसला सुनाया है और कहा कि उन्हें अधिकतम सजा मिल सकती है। हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध और वॉर क्राइम के 5 गंभीर आरोप हैं, जिनमें हत्या और सरकार की जिम्मेदारी में नाकामी शामिल है।
कोर्ट ने हसीना का ऑडियो भी जारी किया, जिसमें वह पुलिस प्रमुख से प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के आदेश देती दिखती हैं। इस ऑडियो की पुष्टि के बाद केस की सुनवाई तेज हो गई। इस मामले में पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान और पूर्व पुलिस प्रमुख चौधरी अब्दुल्ला अल-ममून भी आरोपी हैं। अल-ममून सरकारी गवाह बन चुके हैं, जबकि शेष दोनों भारत में हैं।
कोर्ट का फैसला सामने आने के बाद ढाका में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 15,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, और शहर में हिंसा की आशंका के चलते हाई अलर्ट घोषित किया गया है। शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक हिंसक प्रदर्शन में दो बसों को आग लगाई गई।