मार्च के महीने में पहले सप्ताह के भीतर ही महाशिवरात्री का पर्व रहने वाला है। इस साल महाशिवरात्री 8 मार्च को मनाई जाएगी। इस दिन ऐसे कई योग बन रहे हैं जिस के कारण ये शिवरात्री महा फलदायी साबित होगी। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की निशिता काल में पूजन की जाती है। इस लेख के माध्यम से जानिए कि इस साल शिवरात्री पर कौन से विशेष संयोग हैं और पूजा करने का शुभ मुहूर्त क्या है।
इस साल है ये संयोग
इस दिन शनि अपनी मूल राशि कुंभ में विराजमान होंगे और शनि के पिता सूर्य भी चंद्रमा सहित कुंभ राशी में प्रवेश करेंगे। इन तीन राशियों का साथ में योग फलदायी साबित होगा। इसे ज्योतिष की भाषा में त्रिग्रहि योग कहा गया है। इस के साथ ही महाशिवरात्री पर सर्वार्थ सिद्धी योग बन रहा है जो इस दिन को और भी विशेष बनाता है।
महाशिवरात्री की पूजा का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्री कहा जाता है। 8 मार्च को रात 9 बजकर 58 मिनट पर चतुर्दशी की शुरूआत हो रही है जो अगले दिन 9 मार्च को शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगी। शिवरात्री की पूजा हमेशा निशिता काल में ही की जाती है इसलिए 8 मार्च को ही पूजा की जाएगी। इस दिन राज 9 बजकर 58 मिनट से निशिता काल प्रारम्भ होगा और 12 बजकर 31 मिनट तक होगा।
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