Highlight
- सतना के अस्पताल में थैलेसीमिया के 6 बच्चों को HIV संक्रमित रक्त चढ़ा।
- ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. देवेंद्र पटेल और दो लैब तकनीशियन रामभाई त्रिपाठी और नंदलाल पांडे निलंबित।
- पूर्व सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
सतना के सरदार वल्लभभाई पटेल शासकीय अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को HIV संक्रमित रक्त चढ़ाने के मामले में राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. देवेंद्र पटेल और दो लैब तकनीशियन रामभाई त्रिपाठी और नंदलाल पांडे को निलंबित कर दिया गया है।
जांच समिति की रिपोर्ट पर कार्रवाई
मामले की जांच के लिए आयुष्मान भारत के सीईओ डॉ. योगेश भरसट की अध्यक्षता में सात सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी। समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट में गंभीर लापरवाही सामने आने के बाद यह सख्त कदम उठाया गया।
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पूर्व सिविल सर्जन को नोटिस
अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्हें लिखित में स्पष्टीकरण देना होगा, अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।
बच्चों की स्थिति
जानकारी के अनुसार, जनवरी से मई के बीच थैलेसीमिया से पीड़ित छह बच्चों को HIV संक्रमित रक्त चढ़ाया गया। इनमें से एक बच्ची के माता-पिता भी संक्रमित हो गए हैं। बच्चों का इलाज एचआईवी प्रोटोकॉल के तहत किया जा रहा है।
राज्य और केंद्रीय टीमें अभी भी मामले की जांच में लगी हुई हैं। शुरुआती जांच में पता चला कि बच्चों तक HIV संक्रमित रक्त किसी डोनर के माध्यम से पहुंचा। पीड़ित परिवार ने कहा कि वे हमेशा सावधानी रखते थे, फिर भी यह गंभीर बीमारी बच्चों को लगी।
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