मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार को IAS अधिकारी संतोष वर्मा के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने ब्राह्मण बेटियों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिससे राज्यभर में आक्रोश फैल गया। वर्मा के बयान पर “संतोष वर्मा मुर्दाबाद” के नारे लगे और श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार से वर्मा का IAS अवॉर्ड वापस लेने, FIR दर्ज करने और उन्हें जेल भेजने की मांग की।
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इस प्रदर्शन में कांग्रेस, भाजपा और अन्य संगठन के लोग शामिल हुए। वर्मा के बयान को जातिवादी और महिलाओं की गरिमा के खिलाफ बताया गया। यह बयान अजाक्स (अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ) के प्रांतीय अधिवेशन में दिया गया था और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
इसके साथ ही, अजाक्स संगठन के पूर्व अध्यक्ष जेएन कंसोटिया पर 65 लाख रुपये के घोटाले का भी आरोप है। आरोप है कि कंसोटिया और अन्य अधिकारियों ने संघ के खातों से अवैध रूप से पैसे निकाले। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री से इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
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