संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर जोरदार हंगामा जारी रहा। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में विपक्ष ने नारेबाजी की, जिसके चलते कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
लोकसभा की बैठक शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने ‘वोट चोर’, ‘गद्दी छोड़’ जैसे नारे लगाए और वेल तक पहुँच गए। स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल जारी रखने की कोशिश की, लेकिन लगातार शोर-शराबे के बाद उन्होंने कार्यवाही पहले 12 बजे और फिर 2 बजे तक स्थगित कर दी। ओम बिरला ने कहा कि देश देख रहा है कि सदन कैसे बाधित किया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए विरोध-प्रदर्शन जरूरी है। विपक्ष की मांग है कि SIR पर तुरंत चर्चा कराई जाए। विपक्ष का कहना है कि सरकार चाहे तो ‘इलेक्टोरल रिफॉर्म’ जैसे किसी अन्य नाम से भी चर्चा सूचीबद्ध कर सकती है।
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भाजपा सांसदों ने विपक्ष पर चुनावी हार की निराशा में हंगामा करने का आरोप लगाया। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि यह SIR का विरोध नहीं बल्कि बिहार में हार का विलाप है।
इसी बीच, हर स्मार्टफोन में ‘संचार साथी’ ऐप प्री-इंस्टॉल करने के निर्देश पर भी विवाद बढ़ गया। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इसे “जासूसी ऐप” बताया और कहा कि यह नागरिकों की प्राइवेसी पर हमला है।
राज्यसभा में भी SIR को लेकर भारी हंगामा हुआ और विपक्ष लगातार नारेबाजी करता रहा। हालांकि हंगामे के बीच लोकसभा ने मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) बिल पारित कर दिया, जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दो और विधेयक पेश किए।
संसद में टकराव जारी है और आगे की कार्यवाही सरकार व विपक्ष की सहमति पर निर्भर करेगी।
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