इन दिनों लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी प्रत्याशी अपना नामांकन भर रहे हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश की खजराहो लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी मीरा दीपनारायण यादव भी नामांकन फॉर्म भरने गई लेकिन उनका नामांकन रिजेक्ट हो गया है। जी हैं सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया है जिसके बाद अब खजराहो से बीजेपी का रास्ता लगभग क्लिअर हो गया है। सपा प्रत्याशी का नामांकन नहीं हुआ तो बीजेपी को बड़ा फायदा होगा।
खजराहो से सपा प्रत्याशी का नामांकन रिजेक्ट
मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रत्याशी अपना अपना नामांकन दाखिल कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में दूसरे चरण का नामांकन चल रहा है जिसके अंदर 7 सीट आएगी इनमें से एक है खजराहो लोकसभा सीट। यहां से सपा ने पहले मनोज यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था। इसके दो दिन बाद ही मनोज यादव का टिकट काटकर मीरा यादव को उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने दूसरे चरण के नामांकन के आखिरी दिन यानी 4 अप्रैल को नामांकन दाखिल किया लेकिन नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं करने और पुरानी नामावली लगाने के चलते पन्ना जिला निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन रिजेक्ट कर दिया है।
बीजेपी का रास्ता क्लिअर
नामांकन रद्द होने के खिलाफ सपा प्रत्याशी मीरा यादव हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रही हैं। उनके पति दीपनारायण यादव ने कहा कि हम इस मामले को लेकर आज ही हाईकोर्ट की शरण में जा रहे हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि यदि मीरा यादव को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो,आपको बतादें कि खजराहो सीट कांग्रेस ने गठबंधन के तहत सपा के लिए छोड़ी थी।यानी की इस सीट से कांग्रेस ने तो कोई उम्मीदवार उतारा ही नहीं है और अगर ऐसे में सपा उम्मीदवार का भी नामांकन नहीं होता है तो बीजेपी के लिए बाकी प्रत्याशियों को हराना बड़ी बात नहीं होगी। एक तरह से मीरा यादव के नामांकन रिजेक्ट होने का फायदा सीधे सीदे भाजपा को होगा। खजुराहो सीट से बीजेपी ने मौजूदा सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को प्रत्याशी बनाया है जिन्हें मीरा यादव के नामांकन ना भरने का फायदा मिल सकता है।
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