नागपुर। महाराष्ट्र के Nagpur में हुई हिंसा के मामले में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए खुलासे सामने आ रहे हैं। पुलिस को इस हिंसा के पीछे बांग्लादेश कनेक्शन के सबूत मिले हैं। साइबर सेल को एक इंस्टाग्राम अकाउंट की जानकारी मिली, जिसे बांग्लादेश से संचालित किया जा रहा था। इस अकाउंट से भड़काऊ पोस्ट किए गए थे, जिसमें Nagpur में हुए दंगों को “एक छोटी घटना” बताते हुए भविष्य में और बड़े दंगे करने की धमकी दी गई।
सोशल मीडिया से फैलाई गई नफरत
Nagpur साइबर पुलिस को जांच के दौरान कई संदिग्ध सोशल मीडिया अकाउंट्स का पता चला है, जिनमें से कुछ बांग्लादेश से ऑपरेट हो रहे थे। इन अकाउंट्स से जानबूझकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई। पुलिस को एक इंस्टाग्राम अकाउंट मिला, जिसमें लिखा था, “इस बार सिर्फ हमला किया है, अगली बार तुम्हारी औरतों को उठाएंगे।” इस पोस्ट ने मामले को और गंभीर बना दिया है, जिसके बाद पुलिस सोशल मीडिया पर सख्ती बढ़ा रही है।
मास्टरमाइंड फहीम खान गिरफ्तार, 500 दंगाइयों को जुटाने का आरोप

इस हिंसा के मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। फहीम पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया के जरिए 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा किया और हिंसा को बढ़ावा दिया। नागपुर साइबर डीसीपी लोहित माटानी के मुताबिक, फहीम ने औरंगजेब के खिलाफ हुए एक पुराने प्रदर्शन का वीडियो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिससे हालात बिगड़ गए और हिंसा भड़क उठी।
Nagpur Violence : पुलिस पर हमला, 33 पुलिसकर्मी घायल
सोमवार को नागपुर के महल इलाके में हिंसा भड़कने के बाद दंगाइयों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें तीन DCP रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं। दंगाइयों ने वाहनों में तोड़फोड़ की, पेट्रोल बम फेंके, पथराव किया और कुछ घरों को निशाना बनाया।
DCP निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। देर रात ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में भी हिंसा फैल गई, जहां एक घंटे तक उपद्रव चलता रहा।

सोशल मीडिया पर सख्ती, 34 अकाउंट्स पर कार्रवाई
हिंसा भड़काने और अफवाह फैलाने के आरोप में साइबर सेल ने 34 सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की है। इसके अलावा, 140 से ज्यादा भड़काऊ पोस्ट को हटाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 79(3)(b) के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को नोटिस जारी किए गए हैं।
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने नागपुर में हुई हिंसा से संबंधित चार मामले दर्ज किए हैं और 10 FIR दर्ज की गई हैं। इसके अलावा, पुलिस ने फेसबुक से अनुरोध किया है कि वे ऐसे 5000 संदिग्ध अकाउंट्स को ब्लॉक करें, जो सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे।
Nagpur Violence : मुख्यमंत्री फडणवीस ने दी चेतावनी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में इस हिंसा को लेकर बयान दिया। उन्होंने साफ कहा कि यह हिंसा योजनाबद्ध तरीके से भड़काई गई थी और इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा, “कोई ऐसी चादर नहीं जलाई गई थी, जिस पर कुरान की आयतें लिखी थीं। यह पूरी तरह से अफवाह थी, जिसे फैलाकर माहौल बिगाड़ा गया। दोषियों को कब्र से भी निकालकर सजा दी जाएगी।”

पुलिस की अपील: अफवाहों से बचें, शांति बनाए रखें
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर कोई भी भड़काऊ या बिना जांच-पड़ताल वाली जानकारी शेयर न करें। सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से बचने की जरूरत है।
राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि नागपुर हिंसा के दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। पुलिस की जांच जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

ALSO READ : “कांग्रेस के कलेजे नहीं हैं,…तो क्या अधर्म की बात करें”, CM मोहन यादव हुए नाराज