उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक व माफिया मुख्तार अंसारी की मृत्यु के बाद गाजीपुर में उसके गांव में उसको उसकी पिता की कब्र के बगल में दफना दिया गया लेकिन इस दौरान मुख्तार को मिट्टी देने के लिए लाखों लोगों की भिड़ लग गई। जब पुलिस वालों ने लोगों को वहां इकठ्ठा होने से रोका तो मुख्तार के बड़े भाई सांसद अफजाल अंसारी की प्रशासन और अधिकारियों से तीखी बहस गो गई। वीडियों में आप साफ-साफ देख सकते हैं कि कैसे सांसद अफजाल अंसारी की प्रशासन और अधिकारियों से झगड़ रहे है। पुरी बात ये है कि सुपुर्द-ए-खाक की के दौरान गाजीपुर की DM आर्यका अखोरी ने अफजाल से केवल परिवार के लोगों को ही कब्रिस्तान के अंदर अंदर ले जाने को बोला।
पुरे शहर में धारा 144 लागू है जिसके चलते लोग वहां भिड़ नहीं लगा सकते है। जनाजे के समय लगी भिड़ को कम करने के लिए अधिकारी ने अफजाल अंसारी से कहा कि आप अपने साथ केवल परिवार के लोगों को ही अंदर ले जा सकते हैं। इसी बात पर अफजाल ने कहा कि अगर दूसरे लोग भी मेरे भाई के जनाजे में शामिल होना चाहते है मिट्टी देना चाहते है तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।
इस पर DM अधिकारी ने कहा कि मैं डीएम हूं, इसके लिए परमिशन नहीं है। तब अफजाल ने कहा कि आप चाहे कुछ भी हो, कितनी भी बड़ी अधिकारी हो धार्मिक प्रयोजन के लिए या किसी को मिट्टी देने के लिए किसी के इजाजत की जरूरत नहीं होती है। इस पर डीएम ने भी जवाब दिया कि, जरूरत होी है क्योंकि इस शहर में धारा 144 लगी है। आप सिर्फ अपने परिवार के लोगों को लेकर ही कब्रिस्तान में अंदर ले जाए।
फिर अफजाल ने बोला, कि जो कोई भी मिट्टी देना चाहता है वो दे सकता है, उसे कोई नहीं रोक सकता है। फिर क्या डीएम आर्यका ने कहा कि ठिक है, सभी की वीडियोग्राफी हो रही है, प्रशासन सभी के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी।
मुख्तार अंसारी की पत्नी जनाजे में शामिल नहीं हुई
गुरुवार की रात मुख्तार अंसारी की मौत के बाद शुक्रवार को उसके मृतक शरीर को उसके जन्मस्थान गाजीपुर के मुहम्दाबाद लाया गया। इस समय गाजीपुर से लेकर पूरे कब्रिस्तान में सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए थे। सबसे खास बात कि जनाजे के दौरान उनकी पत्नी अफशां कही दिखाई नहीं दी। अफशां पर कई केस दर्ज है जिसके कारण वह फरार है।
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