MP News: इंजीनियरिंग जे के अवसर पर मध्यप्रदेश की राजधानी भापाल के कुशाभऊ ठाकरे सभागार में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस खास मौके पर सीएम मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में इंजीनियरिंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट बनाने का ऐलान किया।
साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोक निर्माण सर्वेक्षण ऐप, न्यूज लेटर और लोक परियोजना प्रबंधन प्रणाली का शुभारंभ भी किया। उन्होंने कहा कि यह तकनीकी नवाचार विभाग की कार्यक्षमता बढ़ाएंगे साथ ही पारदर्शिता इससे काम में पारदर्शिता भी आएगी।
मुख्यमंत्री ने इंजीनियरों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें भगवान हनुमान जैसा बताया और कहा कि, “इंजीनियर वही होते है जो हर असंभव कार्य को संभव बना देते है।” उन्होंने कहा कि जैसे भगवान विश्वकर्मा ने पुष्पक विमान बनाया था, वैसे ही आज हमारे इंजीनियर तकनीक के सहारे ताजमहल जैसे अद्भुत निर्माण कर रहे है।
ईश्वर सबसे बड़े अभियंता– मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि “अभियंता” शब्द का अर्थ होता है आरंभ और शुभारंभ करने वाला। उन्होंने बताया कि जैसे ईश्वर ने इस संसार की रचना की, वैसे ही इंजीनियर समाज और देश के विकास की नींव रखते है। उन्होंने सर मोक्षगुंडम विश्वैश्वरैया को याद करते हुए कहा कि 20वीं सदी में उन्होंने इंजीनियरिंग में नए आयाम स्थापित किए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अब वह जमाना चला गया जब ताजमहल बनाने के बाद कारीगरों के हाथ काट दिए जाते थे। आज स्थिति यह है कि ताजमहल जैसे प्रोजेक्ट्स का टेंडर लेने के लिए लाइन लग जाती है।
उन्होंने अंत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता तकनीकी विकास और इंजीनियरों को ‘गति शक्ति योजना’ जैसे प्रोजेक्ट्स से लगातार प्रेरित कर रहे है। यही राष्ट्र निर्माण का असली मार्ग है।
इंजीनियरों को किया सम्मानित
इस अवसर पर कई उत्कृष्ट अभियंताओं और ठेकेदारों को सम्मानित भी किया गया:
- मोक्षगुंडम विश्वैशरैया पुरस्कार: सुनील कौरव, प्रीति यादव, प्रमेश कोरी, संजीव कालरा, भुवना जोशी, राजीव श्रीवास्तव, दीपक शर्मा और विक्रम सोनी को दिया गया।
- विश्वकर्मा पुरस्कार: हैदराबाद की एनसीसी लिमिटेड, भोपाल की निविक कंस्ट्रक्शन, गुरुग्राम की आरके जैन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि., और नौगांव के हरगोविंद गुप्ता को सम्मानित किया गया।
- रानी दुर्गावती पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार: एमपीआरडीसी भोपाल के सहायक महाप्रबंधक डॉ. दीपक पांडे को प्रदान किया गया।
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