भोपाल। अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए मशहूर मध्य प्रदेश (MP) अब फिल्म के निर्माताओं की पहली पसंद बन रहा है। अब तक प्रदेश में कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है, जिसे आपने थिएटर के पर्दों और टीवी की स्क्रीन पर देखा होगा। जब फिल्म निर्माता बेहतर लोकेशन की तलाश करते हैं तो उनकी जुबां पे पहला नाम मध्य प्रदेश का होता है।
देश का दिल कहे जाना वाला मध्य प्रदेश अब Bollywood इंडस्ट्री के कलाकारों और फिल्म निर्मताओं की भी पहली पसंद बनकर उभर रहा है। अपनी खूबसूरती से सबको मोह लेने वाला प्रदेश अब फिल्मों की दुनिया में भी अपनी छाप छोड़ रहा है। यह सिलसिला आज से नहीं बल्कि पिछले कई वर्षों से चलता आ रहा है।
MP में शूटिंग के बेस्ट लोकेशन
यूँ तो मध्य प्रदेश का हर शहर अपनी एक अलग कहानी कहता है। जहाँ नजरें जाती हैं वहाँ प्रकृति की खूबसूरती नजर आती है। मध्य प्रदेश के वनों, पहाड़ों और झरनों ने इसे सभी प्रकार की फिल्मों की शूटिंग के लिए उपयुक्त बनाया है। भीमबेटका और उदयगिरि की गुफाएं, भेड़ाघाट के झरने, ग्वालियर और ओरछा का किला मध्य प्रदेश की खूबसूरती में चार चाँद लगाने का काम करते हैं।
वन्यजीवन : 11 राष्ट्रीय उद्द्यान और 24 वन्यजीव अभ्यारण्य
विरासत : खजुराहो, साँची, भीमबेटका, मांडू, राजगढ़ एवं अन्य।
तीर्थ स्थल : उज्जैन, ओम्कारेश्वर, महेश्वर, चित्रकूट एवं अमरकंटक
प्रमुख शहर : भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, पचमढ़ी, भेड़ाघाट, ओरछा, एवं अन्य।

MP सरकार ने किए प्रावधान
मध्य प्रदेश सरकार भी फिल्म निर्मातों को मध्य प्रदेश में शूटिंग के लिए अच्छी सुविधाएं प्रदान कर रही है। हाल ही में, मध्य प्रदेश सरकार ने मप्र फिल्म पर्यटन की नई नीति के अनुसार कई प्रावधान किए हैं ताकि फिल्म निर्माताओं को फिल्म की शूटिंग में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। फिल्म के निर्माण को प्रोत्साहन और प्रदेश के कलाकारों को रोजगार देने के लिए प्रदेश सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
सरकार के द्वारा किए गए प्रावधान :
- सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए फिल्म निर्माण और उससे जुड़ी गतिविधियों के लिए मिलेगी अनुमति।
- स्थानीय भाषाओं जैसे, मालवी, बुंदेलखंडी, बघेलखंडी, निमाड़ी, गोंडी, भीली, कोरकू इत्यादि पर आधारित फिल्मों के लिए 10 फीसदी अतिरिक्त अनुदान।
- बच्चों से जुड़ी फिल्मों के निर्माण के लिए विशेष सहायता प्रदान की जाएगी।
- शार्ट फिल्मों के लिए 15 लाख रूपए और डॉक्यूमेंटरी के लिए 40 लाख रूपए के अनुदान का प्रावधान किया गया है।
- फीचर फिल्मों के लिए अधिकतम 2 करोड़ रूपए का अनुदान, वेब सीरीज के लिए अधिकतम 1.5 करोड़ रूपए और टीवी-शो एवं सीरियल्स के लिए अधिकतम 1 करोड़ रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा।

मध्यप्रदेश में शूट हुई फिल्में
अब तक मध्य प्रदेश में 400 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। आइए जानते हैं कहाँ-कहाँ कौन सी फिल्में बनीं…
नया दौर – बुधनी
किनारा – मांडू
अशोका – पचमढ़ी
पीपली लाइव – इंदौर-भोपाल-टीकमगढ़-खुरई
एक विवाह ऐसा भी – भोपाल
रिवॉल्वर रानी – चंबल और ग्वालियर
इनके अलावा प्रदेश में राजनीति, मोहन जो दारो, बाजीराव मस्तानी, पैडमैन, अशोका, पान सिंह तोमर, और दबंग 3 जैसी फिल्मों की भी शूटिंग हुई है।

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