आज हम उस विधायक के बारे में बात करेंगे जिन्होंने हमेशा से आदिवासी जनजाति के लिए कार्य किया है। जिसने विधानसभा में तो जीत हासिल की ही लोकसभा में भी हर हालात में जीतने का दावा किया ये विधायक कभी बाईक से हजारों किलोमीटर का सफर तय करते देखे जाते है तो कभी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते। अब तक तो आप समझ ही गए होंगे हम बात कर रहे है, भारत आदिवासी पार्टी के विधायक और मध्यप्रदेश के सबसे गरीब विधायक कमलेश्वर डोडियार की जो एक लम्बी यात्रा के बाद अपना सफर पूराकर विधानसभा में पहुचे है।
विधानसभा में कमलेश्वर डोडियार द्वारा दिया गया भाषण एक बार आप सभी को सुनना चाहिए। कमलेश्वग डोडियार ने बताया कि मैं ना तो सत्ता पक्ष से आया हुं और ना ही विपक्षी पार्टी से आया हुं मैं एक बीच के रास्ते से आया हुं और लोगों की भलाई करना चाहता हुं। कमलेश्वर डोडियार पश्चिम मध्यप्रदेश के रतलाम जिले सैलाना से विधायक के रूप में चुने गए है। आगे का भाषण देते हुए कमलेश्वर डोडियार ने बताया कि मैं आदिवासी इलाके से चुनकर आया हुं। महोदय अब मैं बीच के रास्ते से निकलना चाहता हुं ताकि लोगों का भला हो सके। मैं ये कहना चाहता हुं की आदिवासी जनजाति के लोगों की जमीनों पर व्यापार करने से पहले उनकी आजीविका का इंतज़ाम किया जाए।
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पढ़े कमलेश्वर डोडियार का भषण
आज मुझे ये बात रखने का अवसर मिला है। आदिवासी इलाके में जो बड़े-बड़े तालाब बनाए जा रहे हैं और जो बड़े-बड़े डैंम बनाए जा रहे हैं। मेरा कहना है कि तालाब और डैम छोटे-छोटे बनाए जाए जिससे आदिवासी लोगों की जमीने ज्यादा ना जाए। जिन गरीब, अनपढ़ और आदिवासी लोगों की जमीनों पर ये कार्य किए जा रहे है उन लोगों की आजीविका की व्यवस्था की जाए ताकि वह बाहर के प्रदेशों में जाकर ना भटके।
इसके आगे कमलेश्वर डोडियार ने महोदय से कहा कि आदिवासी इलाके में शराब पूरी तरह से बंद कर देनी चाहिए। आदिवासी लोगों के शराब पीने से लोंगो की जिन्दगियां बर्बाद हो रही हैं। इसी लिए मैं चाहता हुं कि आदिवासी इलाके में शराब ही ना बेचा जाए। आदिवासी इलाकों में जो स्कूल है उनकी व्यवस्था सुधारी जाए ताकि हमारे बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके।
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