महाराष्ट्र। समाजवादी पार्टी (SP) के MLA अबू आजमी को उनके विवादास्पद बयान के लिए महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है। बुधवार (5 मार्च) को सत्र शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने उनके खिलाफ प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद उन्हें विधासभा के सत्र से निलंबित कर दिया गया है।
पूरे देश में हो रही MLA की आलोचना
अबू आजमी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। महाराष्ट्र का ये मामला अब केवल वहीं तक सीमित नहीं रह गया बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अबू आजमी का नाम लिए बिना कहा – “औरंगजेब को आदर्श मानने वाले विधायक को UP भेजिए, इलाज कर देंगे।”
उन्होंने विधानसभा के बजट सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि जो व्यक्ति औरंजेब को अपना नायक मान रहा हो, उसे भारत में रहने का अधिकार है क्या…एक तरफ समाजवादी पार्टी महाकुंभ का विरोध करती रही और दूसरी तरफ दुष्ट और क्रूर औरंजेब का महिमामंडन कर रही है।
वहीं बीजेपी MLA मुंगंटीवार ने अबू आजमी के विधायक पद से निलंबन की मांग की है।

सपा MLA ने क्या कहा था ?
समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने बीते सोमवार (3 मार्च) को ‘छावा’ फिल्म को लेकर एक बड़ा बयान दिया। अबू आजमी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘छावा’ फिल्म में गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। सपा विधायक ने फिल्म में दिखाए गए इतिहास को झूठ बताते हुए कहा कि औरंगज़ेब ने कई मंदिरों का निर्माण करवाया है। मैं नहीं मानता कि औरंगज़ेब एक क्रूर शासक था।
ये बयान किसी और के नहीं बल्कि एक लोकतांत्रिक देश के विधायक की है। अब आप सोंच सकते हैं कि इस तरह के लोग देश को किस दिशा में लेकर जाएंगे।
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