भारत के ह्रदय प्रदेश मध्य प्रदेश पर एक ओर भारत माता का आशीर्वाद है वहीँ दूसरी ओर माँ दुर्गा का, जो प्रदेश की रक्षा और खुशहाली का कारण हैं.प्रदेश में ऐसे कई मंदिर है जहाँ का इतिहास और उससे जुड़े रहस्य भक्तों को आकर्षित करते हैं. देवी के इन मंदिरों के दर्शन करने से भक्तों के हर मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं .आज इस लेख में हम आपको प्रदेश के ऐसे ही देवी मंदिरों के बारे में बताएँगे .
1.मैहर माता मंदिर
माँ शारदा का ये मंदिर सतना जिले के मैहर ग्राम में स्थित है. मंदिर त्रिकूट पर्वत पर बना हुआ है . मंदिर तक पहुँचने के लिए 1101 सीढ़ियां बनी हुई है. सीढ़ियों के अलावा रोड वे भी बनाया गया है. मैहर मंदिर में सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं जिसके कारण ये मंदिर प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध देवी मंदिर है.
2.बिजासन माता मंदिर
यह मंदिर सीहोर जिले के सलकनपुर में स्थित है. बीजासेन माता सलकनपुर में ऊँची पहाड़ी पर प्रकृति के बीच विराजित हैं. यहाँ जाने के लिए सीढियां और रोड वे दोनों हैं. इस स्थान को मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा भी बढ़ावा दिया जा रहा है .हालही ही में प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सलकनपुर मंदिर में सलकनपुरलोक बनाने की बात भी कही थी .
३.शीतला देवी मंदिर
शीतला माता मंदिर मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से 18 किमी की दूरी पर स्थित है .यह मंदिर विशेषकर प्रदेश के क्षत्रियों के लिए आस्था का केंद्र है.शीतला माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु ग्वालियर से पैदल चलकर देवी के मंदिर जाते हैं.
4.बगलामुखी माता मंदिर
बगलामुखी त्रिशक्ति माता मंदिर नलखेड़ा तहसील में लखुंदर नदी के तट पर स्थित है .बताया जाता है कि इस मंदिर का सम्बन्ध द्वापर युग से है साथ ही ये भी कहा जाता है कि युधिष्ठिर जी ने इस मंदिर का निर्माण श्री कृष्ण के कहने पर किया था. उन्होंने इसे महाभारत युद्ध जीतने के लिए बनवाया था.
5.चामुंडा और देवी तुलजा माता मंदिर
चामुंडा और देवी तुलजा माता मंदिर देवास के पास एक वैशिनी नामक पर्वत पर स्थित है .इस पर्वत को टेकरी भी कहा जाता है. यहाँ चामुंडा माता ,तुलजा माता और कालिका माता का मंदिर है. इनमे मुख्य चामुंडा माता और तुलजा माता मंदिर हैं.चामुंडा माता को छोटी माता और तुलजा माता को बड़ी माता कहा जाता है. कहा जाता है कि यहाँ माता जागृत स्वरूप में विराजित हैं.
6.पीताम्बर माता मंदिर
माँ पीताम्बर मंदिर एक शक्तिपीठ है जो दतिया में बीचों बीच स्थित है .यहाँ माता दिन के तीनों प्रहार में अलग अलग स्वरूप में दर्शन देती हैं .इस मंदिर की स्थापना 1935 में की गयी थी. ये एक चमत्कारी करी है साथ ही यहाँ मांगी हर मनोकामना पूरी होती है .
7.भादवा माता मंदिर
भादवा माता मंदिर नीमच जिले में स्थित है .यह मंदिर चमत्कारी मंदिरों में से एक है . भक्त यहाँ दूर दूर से माता के दर्शन के लिए आते है .इस मंदिर में माता महामाया भादवा हैं और उनके साथ देवी के नवदुर्गा स्वरूप भी मौजूद है.यहाँ माता की मूर्तियां संगमरमर से बनाई गई हैं.
8.रतनगढ़ माता मंदिर
दतिया जिले से लगभग 60 किमी की दुरी पर स्थित रतनगढ़ माता मंदिर एक लोकप्रिय दुर्गा मंदिर है। जो की सिंध नदी के तट पर स्थित है, यह माता मंदिर चम्बल क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध है। हर साल लाखों भक्त माता के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते है।