14 जुलाई की देर रात, पाकिस्तान के कराची मे स्थित 150 साल पुरानी मरी माता मंदीर को ज़मींदोज़ कर दिया गया।
पाकिस्तान: 14 जुलाई की रात जब बिजली नहीं थी, पाकिस्तान के कराची मे स्थित 150 साल पुरानी मरी माता मंदीर को ज़मींदोज़ कर दिया गया। भारी पुलिस की तैनाती के बीच, बुल्डोज़र से मंदिर के द्वार और बाहरी दीवारों के अलावा पूरे परिसर को गिर दिया गया। इससे वहाँ का पूरा हिन्दू समाज सदमे में है।
सिंध के राजधानी कराची में ये मंदिर सोल्जर बाजार मे था। इसके प्रबंधन की जिम्मेदारी मदारसी हिंदू समुदाय के पास थी।
वहाँ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारि का कहना है की मंदिर पुराना और खतरनाक हो गया था इसीलिए ऐसा किया गया।
पर वहाँ के स्थानीय हिंदु कुछ और बता रहे है।
इलाके में पुराने हिंदू मंदिरों की देखभाल करने वाले रामनाथ मिश्रा महाराज ने कहा, “उन्होंने (अधिकारियों ने) इसे सुबह-सुबह किया और हमें इसकी जानकारी नहीं थी कि ऐसा होने वाला है।”
मिश्रा का कहना है कि के मंदिर के प्रांगण के नीचे खजाना दबा हुआ है।
क्या मरी मत मंदिर के जमीन पर मॉल बनाना चाहते थे?
औरों ने बताया मंदिर परिसर पर काफी समय से अतिक्रमण करने वालों की नजर थी। क्योंकि वो वहाँ एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाना चाहते थे। और इसके लिए लगभग 400 से 500 वर्ग यार्ड की जमीन मंदिर परिसर मे थी।
मंदिर प्रबंधन पर खाली करने के लिए बहुत दबाव बनाया जा रहा था। इसलिए अनिच्छा से अधिकांश देवताओं को पास के एक छोटे से कमरे में स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके बाद वे मंदिर का जीर्णोद्धार करने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही इसे बिल्कुल जमींदोज कर दिया गया।
इन्होंने बताया की जिन लोगों ने इन पर दवाब बनाने की कोशिश की थी वो किसी और से 7 करोड़ पाकिस्तानी रुपये मे इसे बेचने की बात कर रहे थे। और इसमे जाली दस्तावेसज़ों की भी बात सामने आई थी।

इन लोगों ने पाकिस्तान-हिंदू काउन्सिल से अपील की है की मामले की जल्द से जल्द जाँच की जाए।
पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी हुई है जहां वे मुस्लिम निवासियों के साथ संस्कृति, परंपराएं और भाषा साझा करते हैं।
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