हिमालय की खूबसूरती के बीच एक कुछ शैतान भी पल रहे हैं जी हां और ये शैतान कभी भी तबाही लेकर आ सकते हैं । भारत का मुकुट कहा जाने वाले हिमालय को धरती का तीसरा ध्रुव भी कहा जाता है । हिमालय पर्वत में तिब्बत हिंदकुश और तियानशान नामक पहाड़ों की श्रृंखलाएं आती हैं। लेकिन इन खूबसूरत वादियों पर बढ़ते तापमान, बदलते जलवायु और बारिश के बदलते पैटर्न का बुरा असर पड़ रहा है जिसके कारण कभी भी बड़ी तबाही हो सकती है।
कभी भी टूट सकते हैं ये ग्लेशियर लेक्स
बड़ते तापमान ,बदलते बारिश के पैटर्न के कारण हिमालय के 1000 से ज्यादा ग्लेशियर्स पिघल चुके और पिघलकर ग्लेशियर लेक्स में तब्दील हो गए है। ये ही ग्लेशियर लेक्स वो शैतान है तो कभी भी टूट सकते है । इनके टूटने पर केदारनाथ, सिक्किम ,चमोली जैसे हालात दोबारा पैदा हो जायेंगे।
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रिसर्च में सामने आई ये बातें
चाइनीज रिसर्च ऑफ तिब्बतन प्लेच्यू रिसर्च के साइंटिस्ट प्रोफेसर वीकाई वांग ने अपने टीम के साथ इस पर एक गंभीर रिसर्च की है । इस स्टडी को नेचर कम्युनिकेशन में भी जगह मिली है। इस रिसर्च के जरिए साइंटिस्ट का कहना है कि इन झीलों को लेकर पाकिस्तान, भारत, चीन, और नेपाल सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा।
इतनी तबाही होने की है आशंका
इस जांच में साइंटिस्ट द्वारा सेंटेनल 2ए और 2बी का साल 2018 से साल 2022 तक का डाटा लिया गया था। इलाके के सभी ग्लेशियर्स को पड़ने के लिए इनको सोर्स , खतरे और आकार के मुताबिक वर्गीकृत किया गया। जिसके बाद जो आंकड़े सामने आए वो हैरानी वाले थे।
बातदें कि साल 1981 से 1990 में GLOF की घटनाएं 1.5 थी जो साल 2011 से 2020 में बढ़कर 2.7 हो गए थी यानी की इनमे हर साल दुगनी बढ़ोतरी हो रही है। तो वो समय दूर नहीं है जब हिमालय के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों पर खतरा टूट पड़ेगा। बतादे कि स्टडी के हिसाब से तबाही में करीब 2 लाख से ज्यादा लोगों की जान खतरे में हैं।
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