प्रयागराज। इस साल Mahakumbh ने दुनिया के कई वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिए। 13 जनवरी से शुरू हुए आस्था के इस मेले का आज (26 फरवरी) आखरी दिन है। अब तक महाकुम्भ में कुल 64 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई। ये आंकड़ा उत्तर प्रदेश सरकार के अनुमानित आंकड़ें से कहीं ज्यादा है। आपको बता दें कि महाकुंभ शुरू होने से पहले प्रदेश सरकार ने 45 करोड़ लोगों के आने का अनुमान लगाया था।
वर्ष 2019 में 24 करोड़ लोगों ने कुम्भ में डुबकी लगाई थी, मगर इस बार ये संख्या 64 करोड़ तक पहुंच गई। ये संख्या कोई छोटी-मोटी संख्या नहीं है, ये अमेरिका की कुल आबादी से दो गुना ज्यादा है। इतने लोगों ने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। ऐसे-ऐसे कई वर्ल्ड रिकॉर्ड महाकुम्भ में बनाए गए हैं।
कौन-कौन से वर्ल्ड रिकॉर्ड बने ?
- 64 करोड़ श्रद्धलुओं ने संगम में डुबकी लगाई, जो अमेरिका की आबादी से दो गुना अधिक है।
- 21 हज़ार लोगों ने एक साथ झाड़ू लगाई, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बना।
- प्रदेश सरकार के द्वारा 550 शटल बसें चलाने का रिकॉर्ड बना।
- कैनवास पर हैंड प्रिंटिंग का रिकॉर्ड बना, 10 हज़ार लोगों के हाथों के निशान लिए गए।

Mahakumbh में देश-विदेश के श्रद्धालु हुए शामिल
एक महीने तक चलने वाले Mahakumbh के मेले में देश के अलग-अलग कोनों से आकर लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान 73 देशों के डिप्लोमेट्स और 50 लाख से अधिक विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हुए। आपको बता दें कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित प्रधानमंत्री मोदी और कई बॉलीबुड स्टार्स ने भी महाकुंभ पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई।
दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम से कई गुना बड़ा
दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम कहीं और नहीं बल्कि भारत के अहमदाबाद में है। भारत का नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम 25 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला है। जबकि Mahakumbh क्षेत्र इससे 160 गुना ज्यादा के एरिया में फैला है। महाकुंभ क्षेत्र में कुल 25 सेक्टर बनाए गए, जहाँ श्रद्धालुओं के स्नान के लिए 13 किलोमीटर के एरिया में 42 घाट बनाए गए हैं। गंगा-यमुना को पार करने के लिए कुल 30 पांटून पुल का भी निर्माण कराया गया।
4 लाख तंबू और 1.5 लाख टॉयलेट बनाए गए
महाकुंभ में श्रद्धालुओं और सन्यासियों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए कुल 4 लाख से अधिक तंबू और 1.5 लाख टॉयलेट बनाए गए। 85 बड़े पंडाल, 50 से अधिक अस्थायी आश्रम और बाबा सन्यासियों के लिए 500 टेंट लगाए गए।
महाकुंभ की सुरक्षा
महाकुम्भ में आए श्रद्धालुओं के लिए 50 हज़ार से अधिक सुरक्षाकर्मी और 2700 कैमरे लगाए गए। इस दौरान लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया। 56 थाने और 144 चौकियां हमेशा लोगों की सहायता के लिए तैनात रही। आग की समस्या से सुलझने के लिए फायर ब्रिगेड के 2000 अधिक जवान तैनात किए गए।
महाकुम्भ क्षेत्र में 43 अस्पतालों का निर्माण कराया गया। इस दौरान 6 लाख लोगों का इलाज हुआ, 20 बच्चों का जन्म हुआ और 1 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त में चश्मे दिए गए।

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