भोपाल। मध्य प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी नियाज़ खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बीते दिनों एक पोस्ट किया। अपने पोस्ट के जरिए उन्होंने देश के मुसलमानों को सबसे पहले हिन्दुओं को भाई मानने की अपील की है। अपने आदर्शों पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में सभी हिन्दू थे, उन्हें बाद में मुसलमान बनाया गया।
क्या है मामला ?
IAS अधिकारी नियाज़ खान ने 16 फरवरी 2025 को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा – “इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। इसलिए भले ही धर्म अलग अलग हों लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।”
इस पोस्ट में उन्होंने इस्लाम को अरब का धर्म बताते हुए कहा कि इस्लाम तो अरब का धर्म है, भारत में तो सभी हिन्दू थे। उन्होंने कहा कि हम सभी एक ही संस्कृति का हिस्सा हैं। एक निजी चैनल से बात करते हुए उन्होंने अपने पोस्ट के पीछे का जेनेटिक कारण बताया है। उन्होंने कहा कि पूरा इस्लाम अरब में था उसके बाद दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में फैल गया।
भारत में सभी हिन्दू थे – IAS नियाज़ खान
मलेसिया, इंडोनेशिया और भारत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन देशों में हिन्दू पहले से ही सनातन धर्म को मानते थे। इस्लाम का उद्भव सनातन से ही हुआ है। उन्होंने ने आगे कहा कि “हम जब भी जीन की जांच कराते हैं तब वो भारत से मेल करता है न कि सऊदी अरब और कुवैत से।”
आईएएस अधिकारी ने मुसलमानों को नसीहत देते हुए कहा कि भले ही हमारा धर्म अलग हो लेकिन लहू तो एक ही है।
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