राम राजा सरकार की नगरी ओरछा दुल्हन की तरह सज धज के तैयार है। नगर को सजाने का मुख्य कारण बुंदेली रीति-रिवाजों से राम राजा सरकार का विवाह करना है। इस मंदिर की साज सज्जा का काम मंदिर प्रशासन अपने हाथों में लिया है। बता दें कि, बारात के दिन पूरी सड़कों पर झंडे व लाइटनिंग झालरों से सजावट की जाएगी। जानकी मंदिर पर विशेष फूलों की सजावट होने वाली है।
पारंपरिक विवाह महोत्सव की तैयारी शुरू
राम की नगरी ओरछा में सदियों से ये उत्सव मनाया जा रहा है। मनाए जाने वाले राम जानकी विवाह महोत्सव को लेकर नगर सहित बुंदेलखंड के लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। इसका आयोजन 15 से 17 दिसंबर को होना है। इस पारंपरिक विवाह महोत्सव की तैयारी मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है।
ये भी पढ़ें- श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले पर ओवैसी ने दिया बड़ा बयान
भगवान राम को दिया जाएगा गॉर्ड ऑफ ऑनर
17 दिसम्बर को रात्रि 8 बजे ढोल नगाड़े, गाजेबाजों और राजसी ठाटबाट के साथ श्री रामराजा सरकार की बारात निकाली जाएगी। वरयात्रा के मंदिर से निकलते ही सशस्त्र पुलिस बल दूल्हा बने राजा राम को गॉर्ड ऑफ ऑनर देगा। इसके बाद श्री राम जी अपने छोटे भाई लक्ष्मण जी के संग पालकी में विराजमान होकर पूरे नगर वासियों को दर्शन देते हुए नगर मुख्य चौराहे पर स्थित जनक भवन मंदिर के लिए निकलेंगे। सरकार की नगरी में आयोजित इस कार्यक्रम को देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। सुरक्षा को देखते हुए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
तीन दिन होता है कार्यक्रम
मंदिर के प्रांगण में बहुत ही सुंदर पंडाल लगाए गए हैं। नगर की जितनी भी महिलाएं हैं वो सभी सांस्कृतिक बुंदेली गाना गाने शुरू कर दिए हैं। दुल्हन की तरह से सज चुकी ओरछा में तीन दिवसीय राम विवाह कार्यक्रम में पहले दिन तेल और हल्दी का कार्यक्रम होता है। जिसमें नगर की महिलाएं भगवान श्री राम को तेल हल्दी चढ़ाती हैं। दूसरे दिन मंडप का कार्यक्रम विधि विधान से जिले के प्रशासन द्वारा कराई जाती है। जिसमें भगवान श्री राम की पूजा की जाती है।
ये भी पढ़ें-साल 2024 में देश के इन पांच खूबसूरत शहरों का करें भ्रमण