नरसिंहपुर के एक मुस्लिम युवक फाजिल खान ने एक हिन्दू लड़की से शादी के लिए घर वापसी का फैसला लिया .फाजिल खान के पिता ने करीब 25 साल पहले इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था लेकिन जब फाजिल को सोनाली से प्यार हुआ तो उसने दोबारा हिन्दू धर्म अपना लिया और दोनों ने करेली के राम मंदिर से शादी कर लिया .
क्या है दोनों की प्रेम कहानी
नरसिंहपुर के रहने वाले फाजिल खान और सोनाली राय की मुलाकात गाडरवारा के डमरू घाटी शिव मंदिर में हुई थी .शिव मंदिर में दोनों ने एक दूसरे को पहली बार देखा था तब दोनों ने एक दूसरे को पसंद भी कर लिया था. दोनों के बीच बातें होना शुरू हो गयी और पांच साल बाद दोनों ने कोर्ट मैरिज कर लिया जिसमे दोनों के दोस्त और कुछ सम्बन्धी गवाह बन गये थे . अंत में अपने प्यार को बचाने के लिए फाजिल घर वापसी कर अमन राय बन गया .
लोगों ने किया विरोध
फाजिल खान ने सोनाली से विशेष विवाह अधिनियम के तहत शादी की .इसमें जब फाजिल और सोनाली से अपनी शादी का आवेदन दिया था और 23 जनवरी को इसका नोटिस जरी हुआ जिसमे दोनों ने अपनी मर्ज़ी से शादी करने की बात लिखी . ये नोटिस जब लोगों के सामने आया तो लोग शादी के गवाहों का बहिष्कार करने लगे और सोनाली और दोनों गवाहों की शोक सभा रखने की भी बात की गयी .
जिसके बाद फाजिल ने हिन्दू धर्म में वापसी करने का फैसला किया .कल रात करेली के राम मंदिर में धर्म वापसी के बाद फाजिल का नामकरण किया गया जहां उसको अमन राय नाम दिया गया . धर्म वापसी के बाद अमन ने सोनाली के साथ पूरे सनातन रीति रिवाजों के साथ शादी की .
पिता ने किया था इस्लाम क़ुबूल
अमन राय उर्फ़ फाजिल खान के पिता ने करीब 25 साल पहले इस्लाम धर्म को क़ुबूल कर लिया था पर फाजिल को बचपन से ही हिन्दू धर्म में दिलचस्पी थी ,वो हिन्दू देवी देवताओं को भी मानता था मंदिरों में भी जाता था और अक्सर माता पिता से धर्म में वापसी की बात भी कहता था .फिर सोनाली से प्यार होने के बाद फैज़ल ने घर वापसी कर ली .