आज भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani)जी को भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न दोने का एलान किया गया है। खबरे मिलने पर आडवाणी के पूरे परिवार के साथ साथ पीएम मोदी ने भी खुशी ज़ाहिर की है और कहा है कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें आडवाणी से सीखने का मौका मिला।
सोमनाथ से अयोध्या के लिए निकाली रथयात्रा
लालकृष्ण आडवाणी ने ही राममंदिर के लिए चल रहे आंदोलन को नई दिशा प्रदान की थी। नेता ने साल 1990 में सोमनाथ से अयोध्या के लिए रथयात्रा निकाली थी। बतादें कि भाजपा को नई ऊँचाईयों पर पहुँचाने में आडवाणी का ही विशेष सहियोग रहा है। उनकी हिंदूवादी राजनीति के कारण आज बीजेपी देश भर में अपनी अच्छी पकड़ बना पाई है। जिसके बाद अब उन्हें 96 साल की आयु में भारत रत्न से सम्मानित किया जाना है।
लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) की हुई तारीफ
पीएम मोदी ने कहा है कि आज देश ने अपने सपूत और देश के उप प्रधानमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का निर्णय लिया है। उन्होंने भारत के उप प्रधानमंत्री के साथ, गृह मंत्री और सूचना प्रसारण मंत्री रहकर देश का सेवा की है। वह एक जागरूक एवं निष्ठावान सांसद के रूप के उभर कर आए। वह आगे कहते हैं कि उनको दिया जाने वाला ये सम्मान ये सिद्ध करता है कि जीवन पर्यंत देश की सेवा करने वाले को देख कभी भूलता नहीं है। साथ ही वह बताते हैं कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें लालकृष्ण आडवाणी का संग मिला और उनसे सीखने का मौका मिला। इसी के साथ पीएम उनकी दीर्घ आयु की कामना बा करते हैं।
यह भी पढ़ें- Khandwa: एमपी में भैंसों को मिली राज्यस्तरीय सुरक्षा