सनातन धर्म में तुसली सबसे पवित्र मानी जाती हैं। भगवान श्रीकृष्ण बिना तुलसी के कोई भाग स्वीकार नहीं करते उसी प्रकार उनके भक्त भी बिना तुलसी धारण करे एक क्षण भी नहीं रहते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है कि जिसके भी कण्ठ में तुलसी का स्पर्श होता है उसकी कभी अकाल मृत्यु नहीं होती और कभी भी उसे यमराज छू नहीं सकते। लेकिन इसे धारण करने से पहले हमें उससे जुड़े कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।
तुलसी धारण करने से पहले करें ये काम
तुलसी की माला धारण करने के पहले उसे गंगा जल और दूध में अच्छे से धो लें फिर भगवान विष्णु के चरणों में अर्पित करें इसके बाद इसे धारण करें। वैसे तो ये माला पहले से ही पवित्र होती है लेकिन एैसा करने से ये और भी पिवत्र हो जाती है।
सात्विक भोजन का ही करें सेवन
दूसरी बात का आपको खास ध्यान रखना चाहिए। तुलसी की माला धारण करने के बाद उस व्यक्ति को केवल सात्विक भोजन ही करना चाहिए। मांस,मदिरा, लहसुन,प्याज आदि का सेवन करने से दूर ही रहना चाहिए। एैसा भोजन करना तो दूर इसके बारे में उस व्यक्ति को सोचना भी नहीं चाहिए। लेकिन संतों का मानना है कि आज के इस कलयुग में संसारिक लोगों का प्याज, लहसून से दूर रहना, असंभव सा है इसलिए यदि उन्हें गले में कंठी धारण करते हुए भी परिस्थितीवश प्याज या लहसून का सेवन करना पढ़े तो वह क्षमा का अधिकारी है।
तुलसी धारण करने के बाद ना करें ये काम
अगर आपने तुलसी की माला धारण कर ली तो उसे बार-बार ना उतारें और गंदे हाथों से कभी ना छुए । माला धारण करने के बाद उस व्यक्ति को कभी भी झूठ नहीं बोलाना चाहिए। सबसे खास बात जिस व्यक्ति ने तुलसी की माला धारण की है उस व्यक्ति को कभी भी रूद्राक्ष की माला नहीं धारण करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें- जानवरों का मल होता है उपयोगी, इंसानी मल भी है कीमती