हिन्दू धर्म में मान्यता है कि भगलान जगन्नाथ के दर्शन करके लोग पाप मुक्त होने लगे थे। ऐसा होता देख भगवान यमराज भगवान जगन्नाथ के पास पहुंचे और कहा कि भगवान आपने इंसान के पाप मुक्ति का बहुत ही सरल उपाय बता दिया है। जिसके चलते सभी पाप मुक्त हो जा रहे हैं और कोई भी मयलोक नहीं आ रहा है। भगवान यमराज की यह बात सुनकर जनन्नाथ जी ने कहा कि आप मंदिर के मुख्य द्वार की तीसरी सिढ़ी पर अपना स्थान ग्रहण कर लें।
उस सिढ़ी को यमशीला के नाम से जाना जाएगा। इसके बाद अब जो कोई भी मेरे दर्शन करने इस शिला पर अपना पैर रखेगा उसके सारे पुण्य मष्ट हो जाएंगे और उस इंसान को यमलोक जाना पड़ेगा। मंदिर से जुड़ी और कई रोचक बातें हैं जो हम आपको बताएंगे। इस मंदिर की ऊंचाई 214 फुट है। आपको जान कर हैरानी होगी कि पुरी के किसी भी स्थान पर खड़े होकर आप मंदिर के सबसे ऊपर वाले हिस्से में लगे सुदर्शन चक्र को देखेंगे तो वह हर दिशा से आपको सामने से ही दिखेगा साथ ही मंदिर के ऊपर लगा ध्वज सदैव हवा के विपरीत दिशा में लहराता रहता है। भगवान जगन्नाथ मंदिर हिन्दू धर्म के चारों धामों में से एक है।
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