पंडित धीरेंद्र शास्त्री ये नाम उस इंसान का है जिसे हर कोई बागेश्वर बाबा के नाम से जानता है। मध्य प्रदेश के रहने वाले धीरेंद्र शास्त्री को उनके भक्त भगवान हनुमान जी का अवतार मानते हैं। इसी के चलते मध्य प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में अपने चमत्कारों के चलते चर्चा में बने रहते है। भारतीय कैलेण्डर के हिसाब से इनका जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ागंज के एक छोटे से गाँव में हुआ था। बागेश्वर धाम मंदिर भी यहीं स्थित है, जिसके नाम से इनको जाना जाता है।
बता दें धीरेंद्र शास्त्री एक कथा वाचक है। बागेश्वर सरकार जब 9 साल के थे तभी अपने दादा के साथ कथा सुनने जाते थे। दरअसल धीरेंद्र शास्त्री के दादा गुरू भगवान दास गर्ग भी मंगलवार और शनिवार को प्रवचन कहते थे और दिव्य दरबार लगाते थे, उस समय शास्त्री 9 साल के थे जब अपने दादा के साथ दरबार में जाने लगे। शास्त्री के पिता रामकृपाल गर्ग अपने जीवन में कोई कार्य नहीं करते थे वह नशे जैसी बुरी आदतों के आदि थे। इनकी माता सरोज गर्ग एक साधारण ग्रहणी है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहां से पूरी की अपनी पढ़ाई
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी शुरूआती पढ़ाई गढ़ा गाँव ही की थी। इन्होंने केवल 12 वीं तक ही पढ़ाई की है। इसके बाद वह अज्ञातवास के लिए चले गए थे। वापस लौटने के बाद धीरेंद्र शास्त्री लोंगो के मन की बात पढ़ने लगे। वर्तमान समय में धीरेंद्र शास्त्री की आयु 27 साल है और अब ये मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में पड़ने वाले प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थ स्थल बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर तथा पुजारी हैं। इनके दर्शन के लिए देश के कोने -कोने से कई श्रद्धालु छतरपुर जाते हैं और अपनी अर्जी लगाते हैं। जिसके बाद ये अपनी दिव्य शक्ति से लोगों के मन की बात जानकर इसे एक पर्ची पर लिखते है।