5 जुलाई को ये खबर आई थी की पन्नु की कैलिफोर्निया मे कार हादसे मे मौत हो गई। पर अब कई पत्रकार इसे एक अफवाह बता रहे है ।गुरपतवंत सिंह पननु एक प्रतिबंधित खालिस्तानी अलगाववादी संगठन “सिख्स फॉर जस्टिस” का संस्थापक था।
उसकी एक वीडियो सामने आई है जिसमे UN HQ NEW YORK के बाहर सिखों से Khalistan Refrendum पर वोट करने को कह रहा है और अपने सहयोगी निज्जर की मौत के लिए भारतीय राजनयिकों को जिम्मेदार ठहराया।ये वीडियो 5 जुलाई की बताई जा रही है।सभी का मानना है की वो अभी डर से छिपा हुआ है।पर डर किस बात की?
दरअसल पिछले 45 दिनों मे 3 बड़े खालिस्तानी आतंकवादि विदेश मे मारे गए ।
• हरदीप सिंह निजजर को अमेरिका के वैनकुवर सिटी मे उसके ट्रक मे 18 जून को गोली मार दी गई थी।
• 7 मई को पाकिस्तान के लाहौर मे परमजीत सिंह पँवार की मॉर्निंग वाक करते हुए गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
• और किसी अनजान वजहों से 15 जून को ब्रिटेन के अस्पताल मे अवतार सिंह खंडा की मौत हो गई थी।
भारत का पक्ष
गुरपतवंत सिंह पन्नू यूएपीए की धारा 51(ए) के तहत वांछित खालिस्तानी आतंकवादी है। कथित तौर पर पन्नू पर भारत में राजद्रोह के 3 मामलों सहित 22 आपराधिक मामलें है।खालिस्तान का ख़तरा जल्द ख़त्म होने वाला नहीं है; दो दिन पहले सैन फ्रांसिस्को में भारत के दूतावास में आग लगा दी गई थी जबकि कनाडा में खालिस्तानियों ने दो देसी राजनयिकों को निशाना बनाया था. कनाडा में अगले सप्ताह खालिस्तान स्वतंत्रता रैली आयोजित करने की भी चर्चा है।
हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि न तो अमेरिका के अधिकारियों और न ही भारतीय सरकार के अधिकारियों ने उसके निधन की पुष्टि की है। पर वो कनाडा सरकार से लगातार सवाल उठा रहे है।इन सभी के बीच भारतीय सुरक्षा बाल के किसी बड़े अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को बयान दिया की पननु सच मे मार गया है। देश विदेश के सभी लोगों मे संशय अभी भी बना है की खालिस्तानी आतंकवादी अब किस एम्बसी को अपना निशाना बनाएंगे ।