22 जनवरी को भगवान श्रीराम अपनी नगरी अयोध्या पधार रहे है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्ट ने 22 जनवरी को होने वाले भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को भी निमंत्रण भेजा है. आपको बता दें कि अंसारी के पिता हाशिम अंसारी राम जन्मभूमि स्वामित्व विवाद के मुख्य वादी थे. हाशिम अंसारी की मृत्यु के बाद उनके बेटे इकबाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की कानूनी लड़ाई जारी रखी। लेकिन आखरी में जीत हिन्दू धर्म की ही हुई।
एक ऐतिहासिक फैसले के बाद, शीर्ष अदालत ने 2019 में राम जन्मभूमि स्थल का स्वामित्व हिंदू पक्ष को सौंपने का फैसला किया। इस जीत के बाद इकबाल अंसारी ने अदालत के फैसले का तहे दिल से स्वागत किया और सैकड़ों वर्ष पुराने चल रहे विवाद के समापन पर बधाई भी दी. इस जीत के बाद इकबाल अंसारी ने बयान दिया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नए विकास के एक अध्याय की शुरुआत करेगा.
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इसी के साथ 22 जनवरी को हो रहे प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए इकबाल अंसारी को पहला निमंत्रण मिला था जिसे उन्होंने खुशी-खुशी स्वीकार किया. इकबाल अंसारी ने प्रधानमंत्री मोदी के आयोध्या दौरे के समय प्रधानमंत्री पर फूल बरसाए और बताया कि अयोध्या आने वाले हर व्यक्ति को मेहमान माना जाए. उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी के स्वागत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और अन्य सभी लोग शामिल थे.
इकबाल अंसारी ने यह भी दिखाया कि उनका समर्थन विभिन्न धर्मों के बीच सांघगत है. आगामी 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इकबाल अंसारी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे. यह कार्यक्रम भव्य होने के लिए अयोध्या को सजाया जा रहा है, और राम मंदिर की तैयार हो चुकी है. पीएम मोदी ने पहले ही अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया है, जो नए विकास का प्रतीक है.
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