एक बार फिर भारत के खिलाड़ी ने अंग्रेजों को बता दिया की हम किसी से कम नहीं। भारत के तेज गेंदबाज आकाश दीप ने राचीं में इंग्लैंड के खिलाफ 23 फरवरी को डेब्यू किया है। इतना अच्छा प्रदर्शन किया की अंग्रेजों के पसिने छुट गए, केवल 10 गेंद में भारतीय खिलाड़ी ने ‘बैजबॉल’ खेल रही इंग्लैंड के खिलाड़ीयों के छक्के छुड़ा दिए। दीप ने बस 10 गेंदों में अंग्रेजों के 3 विकेट अपने नाम कर लिया। भारतीय खिलाड़ी ने दिखा दिया की वह खुद के लिए ना खेल अपने देश के लिए खेलते हैं, लेकिन इसके पहले आकाश दीप का जीवन इतना आसान नहीं था।
बिते साल 2015 में आकाश ने अपने पिता और बड़े भाई की मौत का बुरा दिन देखा है, वह भी 6 महिनें के अंदर ही दोनों आकाश अकेला छोड़ कर चले गए। जिसके बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी आकाश के कंधों पर आ गई। उनके पिता का निधन स्ट्रोक की वजह से हुआ, पिता जी के निधन के ठिक दो महिने बाद उनके बड़े भाई भी इस संसार को अलविदा कह गए। अब आकाश को अकेले अपनी मां का ख्याल रखना पड़ा जिसके चलते उन्होनें क्रिकेट को विराम दे दिया।
आकाश दीप ने सुनाई अपनी कहानी
कुछ महिनें बितने के बाद आकाश को एहसास हुआ की वह क्रिकेट के बिना नहीं रह सकते हैं। जिसके बाद वो दुर्गापुर चले गए, वहां से वह कुछ दिन बाद कोलकाता चले गए। कोलकाता में आकाश अपने चचेरे भाई के साथ एक छोटे कमरे में रहने लगे। आकाश ने हाल ही ने टीम इंडिया में सेलेक्ट होने के बाद एक कहानी सुनाई उन्होनें बताया कि उनके यहां तक के सफर में उनके एक दोस्त ने उनकी काफी मदद की है।
इसी दोस्त की मदद से दीप पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर पहुंचे, जहां उन्हें एक क्लब की तरफ से खेलने का मौका प्राप्त हुआ। यहां वह टेनिस बॉल क्रिकेट खेल कर कमाई करते थे। इसी के साथ उनके चाचा भी दुर्गापुर में उनकी मदद करते रहते थे। इसके बाद आकाश दीप ने सबसे पहले घरेलू क्रिकेट खेले और खूब मेहनत किए। हाल में आकाश जब टेस्ट टीम मे सेलेक्ट हुए तो, उनको पहले तो यकीन नहीं हुआ फिर उनको अपनी मेहनत पर भरोसा हो गया और आज उन्होनें अग्रेजों के खिलाफ एक अच्छा प्रदर्शन किया।
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