भारत ने बांग्लादेश में हो रही भारत-विरोधी बयानबाजी पर सख्त कदम उठाया है। विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त एम. रियाज हामिदुल्लाह को तलब किया है। यह कदम ढाका में भारतीय मिशन की सुरक्षा और हालिया घटनाओं के मद्देनजर उठाया गया।
बांग्लादेश की नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के नेता हसनत अब्दुल्ला ने सार्वजनिक बयान में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों (सेवन सिस्टर्स) को अलग-थलग करने और अलगाववादी तत्वों को समर्थन देने की बात कही थी। विदेश मंत्रालय ने इसे खारिज करते हुए कहा कि भारत बांग्लादेश में फैलाए जा रहे झूठे प्रचार को नहीं मानता।
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भारत ने ढाका में भारतीय दूतावास की सुरक्षा बढ़ाने और विरोध प्रदर्शनों के बारे में चिंता जताई। साथ ही बांग्लादेश में वीजा से जुड़े कामकाज पर भी अस्थायी रोक लगाने का निर्णय लिया। मंत्रालय ने कहा कि हाल की घटनाओं के बारे में भारत को कोई ठोस सबूत नहीं दिया गया।
यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को नियंत्रित करने और भारतीय मिशन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
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