Gwalior Literature Festival : मध्य प्रदेश सरकार का महिला बाल विकास मंत्रालय ‘बिटिया उत्सव’ के मौके पर ग्वालियर में लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन करने जा रहा है। यह आयोजन 9 मार्च से शुरू होगा और अगले तीन दिनों तक चलेगा।
आश्चर्य की बात यह है कि मंत्रालय ने ‘Gwalior Literature Festival’ का पोस्टर भी रिलीज़ कर दिया और महिला बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया जी को भी इसकी खबर नहीं है और ना ही उन्हें निमंत्रण दिया गया है। पोस्टर में आयोजनकर्ताओं ने मंत्री की तस्वीर भी लगानी जरुरी नहीं समझी।
क्या है पूरा मामला ?
आज यानी 6 मार्च से तीन दिनों पहले महिला एवं बाल विकास विभाग के फेसबुक पेज पर एक पोस्टर शेयर किया गया। इस पोस्टर में लिखा है कि ‘बिटिया उत्सव’ के मौके पर 9 मार्च से 11 मार्च तक ‘Gwalior Literature Festival’ का आयोजन किया जा रहा है। मगर हैरानी तब हुई जब पोस्टर में महिला बाल विकास मंत्री की तस्वीर कहीं भी नजर नहीं आई।
जब मीडिया ने मंत्री जी से बात कि तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है। इस कार्यक्रम का आयोजन भोपाल में पदस्थ संयुक्त संचालक सुरेश तोमर कर रहे हैं। इसमें UNICEF, UNFPA, MP टूरिज्म बोर्ड, रागिनी फाउंडेशन, एका को भी आधिकारिक पार्टनर बनाया गया है। मगर सवाल फिर से वहीं घूमकर आ जाता है कि इतने बड़े आयोजन की जानकारी उस विभाग के मंत्री को क्यों नहीं है ? अधिकारीयों ने आमंत्रित करना भी जरुरी नहीं समझा।
Gwalior Literature Festival बुलाए गए मेहमान
इस लिटरेचर फेस्टिवल में 6 सत्रों का आयोजन किया गया है जिसमें राजेश बादल, ब्रजेश राजपूत, शिफाली पांडे, मेघा परमार और सचिन जैन जैसे नाम शामिल हैं। कार्यक्रम की चर्चा का विषय LGBTQ, मीडिया, संविधान, गाँधी और महिलाओं पर आधारित होगा। कार्यक्रम के दौरान कहानी पाठ, कविता पाठ को भी जगह दी गई है।
मंत्री को कोई जानकारी नहीं
हालांकि जब महिला बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया जी से इस कार्यक्रम के बारे में पूछा गया तो पता चला कि उन्हें इस आयोजन की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है और ना ही मेरे पास इसकी कोई फाइल आई है। अब जरा सोचिए कि विभाग के आला अधिकारी खुद में इतने मशरूफ हैं कि उन्होंने इसकी जानकारी भी मंत्री को देना जरुरी नहीं समझा।
ALSO READ : PM मोदी ने कहा – शादी विदेश में क्यों ? उत्तराखंड में करें…