सोफिया, जो की UNDP की पहली रोबोट इनोवेशन एम्बेसडर है, उसने जेनेवा के रोबोट प्रेस कॉनफेरेंस मे कहा की क्योंकि वो इंसानों जैसे पक्षपाती या भावुक नहीं है इसलिए और कुशल तरीके से सरकार चला पाएंगे।
स्विजेरलैंड के जेनेवा मे UN की टेक्नोलॉजी एजेंसी ITU (International Telecommunication Union) के द्वारा 7 July को विश्व की सबसे पहली रोबोट-ह्यूमन प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन हुआ था। इसमे मीडिया मे इंसानों ने सवाल पूछा और रोबॉट्स ने इनका जवाब दिया। इसमें 51 रोबोट्स के साथ 3000 एक्सपर्ट भी मौजूद थे। ये आर्टिफिसियल इन्टेलिजन्स (AI) के द्वारा संचालित एडवांस्ड ह्यूमनॉइड रोबोट थे।
इनमे शामिल थे :
• सोफिया, UNDP (United Nations Development Programme) की प्रथम रोबोट इनोवेशन राजदूत
• ग्रेस, हेल्थकेयर रोबोट
• देसडेमोना, रॉक स्टार रोबोट
• अमीका, तथाकथित दुनिया की सबसे एडवांस्ड ह्यूमनॉइड रोबोट
• गेमिनॉइड और नडीन, जो अपने निर्माताओं के जैसे दिखने वाले थे
मीडिया कार्यक्रम में रोबोट के रचनाकारों का परिचय और पत्रकारों के रोबोट से प्रश्नों का दौर शामिल था, जिसमे 9 रोबोट्स को बैठाया गया था।
मीडिया की एक सवाल पर सोफिया ने कहा की सरकार चलाने में रोबोट अधिक आशाजनक साबित हो सकते हैं। उसने कहा की रोबोट समान भावनाएँ नहीं रखती है जो कभी-कभी निर्णय लेने में बाधा उत्पन्न कर सकती हैं। पर एक रिपोर्टर के टोकने के बाद, बयान बदलते हुए कहा की इंसानों के साथ काम करते हुए एक प्रभावी तालमेल बना सकते हैं।
ग्रेस ने नौकरी पर खतरे के ऊपर जवाब देते हुए कहा की वह किसी भी मौजूदा नौकरी की जगह नहीं लेंगे और लोगों के साथ मिलकर काम करेंगे।
प्रेस कांफेरेंस में दिक्कतें:
पर आखिरकार ये है तो रोबोट ही तो दिक्कतें तो आनी ही थी। जहां उधर मीडिया को धीरे धीरे सवाल पूछने को कहा गया, वही जब जवाब में देरी हो रही थी तो वजह इंटरनेट बताया जा रहा था ना की रोबोट। अस्पष्ट उत्तरों के साथ ऑडियो problems का भी सामना करना पड़ा।
AI FOR GLOBAL GOOD SUMMIT का उद्देश्य:

इस आयोजन का उद्देश्य बीमारी और भूख जैसे मुद्दों से निपटने में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस (AI) और इसके रोबोटिक अनुप्रयोगों की क्षमता को उजागर करना था। उसके साथ ही रोबोटिक्स की क्षमताओं और सीमाओं, दोनों को प्रदर्शित करना था और ये जानना की यू.एन. के सतत विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) में कैसे मदद कर सकती हैं।