Damoh Fake Doctor : मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नकली डॉक्टर ने मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया। यह घटना दमोह के मिशन हॉस्पिटल से जुड़ी है, जहां एक शख्स जिसने खुद को कार्डियोलॉजिस्ट (हृदय रोग विशेषज्ञ) बताया। इस नकली डॉक्टर का नाम एन. जॉन कैम बताया जा रहा है, जिसने अपनी पहचान को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
Fake Doctor की असलियत
एन. जॉन कैम जिसका असली नाम नरेंद्र विक्रमादित्य यादव है, कई दिनों से मिशन हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज कर रहा था। लेकिन जांच में पता चला कि उसके पास न तो कोई वैध मेडिकल डिग्री है और न ही वह किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से प्रशिक्षित है। दावा है कि उसने सिर्फ आंध्र प्रदेश की किसी यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई की है। दमोह से पहले वह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भी कॉर्डियोलॉजिस्ट बनकर कुछ लोगों का ऑपरेशन किया था।
यह खुलासा तब हुआ जब कुछ मरीजों की हालत बिगड़ने पर उनके परिजनों ने शक जताया और स्थानीय प्रशासन से शिकायत की। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छानबीन शुरू की तो यह साफ हो गया कि जॉन कैम एक ठग था, जिसने नकली पहचान बनाकर लोगों को धोखा दिया।
राजनीतिक रंग और सोशल मीडिया पर हंगामा
इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब जॉन कैम के सोशल मीडिया पोस्ट सामने आए। उसने अपने पोस्ट में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रति समर्थन जताया और कांग्रेस पार्टी की आलोचना की। इन पोस्ट्स में उसने खुद को बीजेपी का समर्थक बताते हुए राजनीतिक बयानबाजी की, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उसे जमकर ट्रोल किया गया।
कुछ यूजर्स ने इसे बीजेपी से जोड़कर तंज कसा, तो कुछ ने इसे स्वास्थ्य व्यवस्था की नाकामी का सबूत बताया। इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। मरीजों के परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि यह सवाल उठ रहा है कि बिना जांच-पड़ताल के एक नकली डॉक्टर को कैसे नियुक्त किया गया।
वहीं, पुलिस ने जॉन कैम के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है और निजी अस्पतालों में डॉक्टरों की साख की दोबारा जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस ने दर्ज़ किया FIR
कोतवाली पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत धोखाधड़ी, दस्तावेजों से छेड़छाड़ सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस मामले में फिलहाल एक नामजद व्यक्ति डॉ. एनजान केम आरोपी है, जबकि दूसरे अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज़ किया गया है। फिलहाल आरोपी डॉक्टर केम फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।
CM मोहन यादव का बयान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी सरकार इस विषय को लेकर गंभीर है। हम लगातार केंद्र सरकार के साथ मिलकर इस तरह की घटनाओं पर काम कर रहे हैं। जब भी ऐसी कोई घटना सामने आती है तब हमारी सरकार उसपर कार्रवाही करती है। मैंने संबंधित अधिकारीयों को इसपर एक्शन लेने के आदेश दिए हैं।
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