ED: दिल्ली ब्लास्ट मामले और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार सुबह अल-फलाह ट्रस्ट और फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई PMLA के तहत चल रही जांच का हिस्सा है।
सूत्रों के मुताबिक, ED की टीमें तड़के ओखला, जामिया नगर, ओखला विहार और फरीदाबाद सेक्टर-22 सहित कई स्थानों पर पहुंची। यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक को सील कर दिया गया है। हरियाणा के कार्यवाहक DGP ओपी सिंह भी सुबह यूनिवर्सिटी पहुंचे और हालात की समीक्षा की।
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जांच में पता चला है कि अल-फलाह ग्रुप से जुड़ी 9 कंपनियां एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन वहां कोई ऑफिस मौजूद नहीं मिला। कई कंपनियों में एक ही मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और डायरेक्टर पाए गए। EPFO और ESIC में कोई रिकॉर्ड नहीं मिला और HR से जुड़े दस्तावेज भी नहीं मिले। बैंक स्टेटमेंट में भी वेतन भुगतान बहुत कम दर्ज था।
ED को शक है कि ये कंपनियां शेल कंपनियां हो सकती हैं, जिनका इस्तेमाल फंडिंग और वित्तीय गड़बड़ियों के लिए किया गया। जांच में UGC और NAAC मान्यता से जुड़े दावों पर भी सवाल उठे हैं।
छापेमारी के दौरान एजेंसी ने कई दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड, लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई जारी है और अन्य स्थानों पर भी दबिश दी जा सकती है। फिलहाल किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आने वाले दिनों में बड़े खुलासे की उम्मीद है।
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