दिल्ली कार ब्लास्ट: दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट के मास्टरमाइंड आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद को लेकर नए तथ्य सामने आए हैं। हमले से करीब दो हफ्ते पहले वह पुलवामा के कोइल गांव गया था। यहां उसने अपने भाई जहूर इलाही को अपना एक मोबाइल फोन देकर कहा कि “अगर मेरे बारे में कोई खबर आए तो इस फोन को पानी में फेंक देना।”
धमाके के बाद जांच एजेंसियों ने जब फोन तलाशा तो वह तालाब में मिला। फोन खराब था, लेकिन उससे एक वीडियो बरामद हुआ जिसमें उमर अपने आत्मघाती हमले को शहादत का ऑपरेशन बता रहा है। यह वीडियो उसने यूनिवर्सिटी से भागने से पहले 30 अक्टूबर को बनाया था। अधिकारियों का कहना है कि वीडियो से साफ है कि पाकिस्तानी हैंडलर ने उसका ब्रेनवॉश कर दिया था।
उमर ने 10 नवंबर को i20 कार में धमाका किया था, जिसमें 15 लोगों की मौत और 20 से ज्यादा घायल हुए। अब तक इस केस में 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें 5 डॉक्टर हैं।
नूंह की हिदायत कॉलोनी में उमर को कमरा दिलाने के आरोप में एक महिला को हिरासत में लिया गया है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने बताया कि उमर अक्सर ड्यूटी से गायब रहता था, केवल शाम या नाइट शिफ्ट में ही आता था। मरीज आने पर भी उसे बार-बार कॉल करना पड़ता था। कई महीनों तक उसका गायब रहना किसी ने नोटिस नहीं किया।
जांच एजेंसियों का मानना है कि उमर लंबे समय से आतंकी गतिविधियों में शामिल था और इस हमले की प्लानिंग कई दिनों पहले ही कर चुका था।
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