मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से छिंदवाड़ा एकमात्र ऐसी सीट है जहां से विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस पार्टी ने अपनी जगह बनाई थी। यह सीट सुर्खियों में इसलिए रहती है क्योंकि एक लम्बे अरसे से छिंदवाड़ा क्षेत्र कांग्रेस और कमलनाथ परिवार के नाम होता आया है जिसे भेद पाना भाजपा के लिए हमेशा से एक चुनौती रहा है। लेकिन इस विधानसभा चुनाव मे जहां एक ओर एक के बाद एक कमलनाथ के करीबी उनका साथ छोड़ चुके हैं वहीं अब कमलनाथ के करीबी नेताओं और छिंदवाडा़ के बड़े नेताओं पर जैसे मुसीबतों का पहाड़ गिर गया है।
कमलनाथ के पीए बुरे फंसे
हाल ही में पत्रकार सुदेश नागवंशी ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया जिसके बाद छिंदवाड़ा से बीजेपी प्रत्याशी बंटी साहू ने पुलिस के पास कमलनाथ के पीए और एक पत्रकार की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाए कि कमलनाथ के पीए आरके मिगलानी एक पत्रकार के द्वारा उनका आपतत्तीजनक वीडियो वायरल कराना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने पत्रकार को 30 लाख रूपए दिए थे। वीडियो में ए आई का प्रयोग कर वंटी साहू की तस्वीर लगाई गई थी और इस अश्लील वी़डियो को वायरल करने को कहा गाया था। इसी मामले में मिगलानी से पूछताछ करने के लिए पुलिस कमलनाथ के बंगले पर पहुंची थी और इस संबंध में आरके मिगलानी के कार्यालय में छापमारी की गई। अस्वस्थ होने के कारण उनसे पूछताछ कर धारा 160 के तहत नोटिस देकर थाने पर तलब किया गया है। उन्होंने 5 दिन का समय मांगा है।
छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव विधायक के घर पर छापा
वहीं अब खबरें सामने आ रही हैं कि छिंदवाडा़ से विधायक सुनील उईके के घर छापेमारी की गई है जिसके बाद जुन्नारदेव विधानसभा के विधायक को नोटिस दिया गया और कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। रविवार को नीलेश उईके के घर पर छापा मारा गया था कार्रवाई में पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीमें शामिल थीं। इसके बाद एक बार फिर मंगलवार को उनके परासिया में बने शॉपिंग मॉल पर प्रशासन ने नोटिस चस्पा किया है। बतादें कि क्षेत्र की सीएमओ ने सुनील उईके और भारती उईके के नाम नोटिस जारी किया जिसमें जिक्र है कि विधायक का मॉल स्वीकृति से ज्यादा इलाके में बना हुआ है ऐसे में मॉल के मालिक नीलेश उईके से दस्तावेज पेश करने को कहा है यदि दस्तावेज पेश नहीं किेए जाते हैं तो उनपर एक्शन लिया जाएगा। इस तरह से छिंदवाडा में नेताओं पर गाज गिरती नज़र आ रही है चुनावी माहौल में नेताओं के उपर कारवाई होना उनकी और पार्टी की छवि धूमिल होने जैसा ही है जिसका प्रभाव चुनावी नतीजों पर भी सीधे साधे हो सकता है।
यह भी पढ़ें- बाडमेर में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बोले पीएम मोदी