चक्रवात मोन्था ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी तबाही मचाई है। मंगलवार रात यह आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम तट से टकराया। करीब पांच घंटे तक चली तेज हवाओं (90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा) से कई पेड़ उखड़ गए और कई घरों को नुकसान हुआ। बिजली के तार टूटने से शहरों में अंधेरा छा गया। हादसों में तीन लोगों की मौत और दो घायल हुए हैं।
बुधवार सुबह तूफान ओडिशा के गंजम जिले में गोपालपुर बीच तक पहुंच गया। यहां 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। राज्य के गंजम, गजपति, रायगढ़ा, कोरापुट, मलकानगिरी, कंधमाल, कालाहांडी और नबरंगपुर जिलों में भारी बारिश हो रही है।
सरकार ने अब तक 76 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया है। NDRF और ODRF की 35 टीमों को राहत कार्यों के लिए लगाया गया है। आंध्र प्रदेश में 38 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है। रेल और हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ा है 120 ट्रेनें और 48 उड़ानें रद्द की गई हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में भी बारिश जारी रह सकती है।