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उज्ज्जैन संभाग को साधने के लिए कांग्रेस ने इस समाज से खेला दाव

आख़िरकार कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची जारी कर दी। विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होनी वाली है। दरअसल , इस बार कांग्रेस ने भी जातिगत समीकरण को देखते हुए सभी वर्ग के लोगों को मौका दिया है। कांग्रेस ने जैन समाज के चार प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। ख़ास बात यह है कि , जातिगत जनगणना की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने इस बार जातिगत आंकड़ों को ध्यान में रखकर नाम तय किए हैं।

इस बार जैन समाज के वोट को खींचने के लिए कांग्रेस पार्टी ने भी उज्जैन संभाग से ही अभी तक जैन समाज से तीन उम्मीदवारों को टिकट दिया है। पार्टी ने उज्जैन जिले की महिदपुर सीट से दिनेश जैन बॉस को मैदान में उतारा गया है, जबकि मंदसौर से विपिन जैन और मनासा नरेंद्र नाहटा को टिकट दिया गया है। इसी प्रकार बासौदा से निशांक जैन को टिकट दिया गया है।

कांग्रेस का फोकस इनपर

अभी तक भारतीय जनता पार्टी उज्जैन संभाग से जैन समाज के तीन प्रत्याशियों को मैदान में उतारती थी, जबकि कांग्रेस इस मामले में पीछे रह जाती थी। बीजेपी उज्जैन संभाग से पारस जैन, ओमप्रकाश सकलेचा, चैतन्य कश्यप को टिकट देकर जैन समाज के वोट बैंक पर पूरी तरह फोकस करती थी। आपको बता दें , उज्जैन में जैन समाज के लोग हार जीत का फैसला करने में सक्षम है। इसी कारण से कांग्रेस ने इस बार उज्जैन जिले से दिनेश जैन और मंदसौर से विपिन जैन को टिकट देकर बीजेपी में जाने वाले जैन समाज के पारंपरिक वोट बैंक को खींचने की कोशिश की है।

उज्जैन के कुछ हिस्सों में जैन समाज का दबदबा

इसी प्रकार नीमच सीट से ओमप्रकाश सकलेचा लगातार जीत रहे हैं। वहीं रतलाम सीट से भी चैतन्य कश्यप ने भाजपा को कभी निराश नहीं होने दिया। वैसे तो मध्य प्रदेश में सभी जगह जैन समाज के लोग निवास करते हैं, मगर उज्जैन संभाग की बात की जाए तो यहां पर उज्जैन उत्तर, रतलाम, मंदसौर, नीमच में जैन समाज के लोगों की गहरी पकड़ है।

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